दरअसल अब आपको कोरोना का दूसरा डोज लगवाने से पहले एक खास बात का ध्यान रखना होगा। कोविड-19 टीके की दूसरी डोज लेने के लिए अब कोविन ऐप खुद ही अपॉइंटमेंट नहीं करेगा। यह भी पढ़ेँः Bharat Bandh 26 March 2021: किसानों ने किया कल भारत बंद का आह्वान, जानिए किन सेवाओं पर पड़ेगा असर
ऐसे में जो भी दूसरा टीका लगवाना चाहते हैं उन्हें खुद ही दोनों खुराक के बीच तय अंतर के मुताबिक टाइम शेड्यूल करना होगा। अगर ऐसा नहीं करते हैं तो आपको दूसरे टीके के लिए अपॉइंटमेंट नहीं मिलेगी।
कोरोना टीकाकरण अभियान तेजी से बढ़ रहा है। कई लोग इस अभियान के तहत टीके के दोनों डोज लगवा चुके हैं, जबकि कुछ लोग दूसरे टीके का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में जिन लोगों का दूसरे टीके का वक्त नजदीक आ रहा है या जिन्हें दूसरा डोज लगवाना हैं, उन्हें अब अपना टाइम शेड्यूल तय करना होगा।
एम्पावर्ड ग्रुप ऑन वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन के चेयरमैन आरएस शर्मा के मुताबिक दूसरी खुराक के लिए अब कोविन ( Cowin) खुद टाइम शेड्यूल नहीं करेगा। आपको खुद ही तय अंतराल के मुताबिक टाइम शेड्यूल करना होगा।
1 अप्रैल से शुरू होगा तीसरा फेज
आपको बता दें कि कोरोना वैक्सीनेशन अभियान को गति देने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में 1 अप्रैल से तीसरा फेज भी शुरू होगा। इस फेज के तहत 45 वर्ष से अधिका उम्र से सभी लोगों को टीका लगाए जाएगा।
आपको बता दें कि कोरोना वैक्सीनेशन अभियान को गति देने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में 1 अप्रैल से तीसरा फेज भी शुरू होगा। इस फेज के तहत 45 वर्ष से अधिका उम्र से सभी लोगों को टीका लगाए जाएगा।
खास बात यह है कि इस चरण के बाद अन्य लोगों के लिए भी वैक्सीनेशन उपलब्ध होगा। निर्यात पर लगाई गई रोक
केंद्र सरकार ने देश में बढ़ रहे कोरोना मामलों के बीच एक बड़ा फैसला भी लिया है। इसके तहत अब सरकार कोरोना वैक्सीन का एक्सपोर्ट यानी निर्यात नहीं करेगी।
केंद्र सरकार ने देश में बढ़ रहे कोरोना मामलों के बीच एक बड़ा फैसला भी लिया है। इसके तहत अब सरकार कोरोना वैक्सीन का एक्सपोर्ट यानी निर्यात नहीं करेगी।
एक्सपोर्ट पर किसी तरह का बैन नहीं होगा, लेकिन घरेलू जरूरतों को पूरा करने के बाद ही दूसरे देशों को वैक्सीन की सप्लाई की जाएगी। ये एक्सपोर्ट रोकने की वजह
कोरोना वैक्सीन के निर्यात पर लोग लगाने के पीछे जो सबसे बड़ा कारण है वो ये कि फरवरी के बाद से ही देश में तेजी से कोरोना के नए मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। ऐसे में सरकार नहीं चाहती है कि किसी भी तरह से वैक्सीन की कमी कोई परेशानी खड़ी करे।
कोरोना वैक्सीन के निर्यात पर लोग लगाने के पीछे जो सबसे बड़ा कारण है वो ये कि फरवरी के बाद से ही देश में तेजी से कोरोना के नए मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। ऐसे में सरकार नहीं चाहती है कि किसी भी तरह से वैक्सीन की कमी कोई परेशानी खड़ी करे।
ऐसे में सरकार की कोशिश है कि पहले देश की आपूर्ति की जाए, इसके बाद ही वैक्सीन का निर्यात किया जाए।
वहीं 1 अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले भी टीकाकरण के दायरे में आ रहे हैं।
वहीं 1 अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले भी टीकाकरण के दायरे में आ रहे हैं।
ऐसे में सरकार का मानना है कि ऐसे में टीकों की खपत ज्यादा होगी, लिहाजा निर्यात पर कुछ समय के लिए रोक लगाकर वैक्सीन की पूरी खपत देश में ही की जाए। यह भी पढ़ेँः हरिद्वार कुंभ में जाने की कर रहे हैं प्लानिंग, जरूर जान लें ये जरूरी बात, वरना बढ़ सकती है मुश्किल
चार लाख के करीब एक्टिव केस
देश में फिलहाल कोरोना केसों की संख्या 1.17 करोड़ के पार पहुंच गई है। वहीं सक्रिय मामलों की बात करें तो ये आंकड़ा पर 4 लाख के करीब पहुंच चुका है। बीते 24 घंटे में देश भर में 53 हजार से ज्यादा कोरोना केस सामने आए हैं।
देश में फिलहाल कोरोना केसों की संख्या 1.17 करोड़ के पार पहुंच गई है। वहीं सक्रिय मामलों की बात करें तो ये आंकड़ा पर 4 लाख के करीब पहुंच चुका है। बीते 24 घंटे में देश भर में 53 हजार से ज्यादा कोरोना केस सामने आए हैं।