100 साल से ज्यादा उम्र के तीन हिंदुस्तानियों ने दी कोरोना को मात, पेश की मजबूत इच्छाशक्ति की मिसाल दरअसल केंद्र सरकार और राज्य व केंद्र शासित प्रदेश सरकारों द्वारा मरीजों की शुरुआती पहचान के साथ उन्हें आइसोलेशन में रखने के केंद्रित प्रयास किए जा रहे हैं। इसके साथ ही तेजी से बड़े स्तर पर जांच ( Covid-19 Testing ) कराने और अस्पताल में भर्ती मरीजों के बेहतर इलाज के चलते कोरोना वायरस बीमारी से मरने वालों की संख्या में लगातार कमी आ रही है और इस बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
केंद्र सरकार के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी को फैलने से रोकने की प्रभावी कार्यनीति, तेजी से व्यापक स्तर पर टेस्टिंग और समग्र मानक देखभाल के तरीके पर आधारित मानकीकृत नैदानिक उपचार ( Standardized clinical treatment ) प्रोटोकॉल की वजह से मृत्यु दर में काफी गिरावट आई है।
मृत्यु दर धीरे-धीरे कम होती जा रही है और वर्तमान में यह 2.28 फीसदी पहुंच गई है। इतना ही नहीं कोरोना वायरस से जूझते दुनिया के तमाम मुल्कों की तुलना में भारत में मृत्यु दर काफी कम है।
सोमवार को लगातार चौथे दिन भी 30,000 से ज्यादा लोगों के रोजाना इलाज के बाद ठीक होने का सिलसिला लगातार जारी है। बीते 24 घंटों में 31,991 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। इन लोगों की रिकवरी के साथ ही कोरोना वायरस महामारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 9 लाख का आंकड़ा पार कर गई है। अब देश में 9 लाख 17 हजार 567 लोग कोरोना वायरस बीमारी से रिकवर हो चुके हैं। इसके साथ ही बीमारी से ठीक होने की दर यानी रिकवरी रेट ( corona patients recovery rate ) भी बढ़कर 64 फीसदी हो गया है।
Corovairus Vaccine आने से पहले काफी काम की जरूरत भारत में कोरोना मामलों की मृत्यु दर में गिरावट और बीमारी से ठीक होने की दर में तेजी के परिणामस्वरूप आज इस बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या इसके एक्टिव मामले ( Coronavirus Active Case ) 4 लाख 85 हजार 114 से 4,32,453 अधिक यानी दोगुने के कुछ पास है। इसके साथ ही अस्पतालों में भर्ती मरीजों और घरों में आइसोलेशन ( guidelines for Home isolation COVID 19 patient ) में रखे गए मरीजों का गहन इलाज भी चल रहा है।