यह भी पढ़ें
महावीर जयंती 2021 : इन 5 सिद्धांतों पर टिका था स्वामी महावीर का जीवन, जानिए धार्मिक महत्व
मान्यता के अनुसार इन्हें जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर के रूप में माना जाता है। ये उन 24 लोगों में से हैं,जिन्होंने तपस्या से आत्मज्ञान की प्राप्ति की थी। तीर्थंकर उन लोगों को कहा जाता है जो इंद्रियों और भावनाओं पर पूरी तरह से नियंत्रण कर लेते हैं। इस तरह मनाई जाती है महावीर जयंती इस दिन देशभर के जैन मंदिरों में पूजापाठ की जाती है। इसके साथ ही शोभा यात्राएं भी निकालीं जाती हैं। इस दिन जैन समुदाय के लोग स्वामी महावीर के जन्म की खुशिया मनाते हैं। उन्होंने दुनिया को सत्य, अहिंसा के कई उपदेश दिए। इसके साथ जैन धर्म के पंचशील सिद्धांत तय किए थे जो इस प्रकार हैं- अहिंसा, सत्य, अपरिग्रह, अचौर्य (अस्तेय) और ब्रह्मचर्य।
यह भी पढ़ें