यह भी पढ़ें- एससीओ सम्मेलन में बोले पीएम मोदी, आतंक और सुरक्षा के खतरों के खिलाफ एकजुट हों सभी देश मुख्यमंत्री की सफाई इस मुद्दे के मीडिया में उछलने पर कुमारस्वामी ने सफाई देते हुए कहा कि ‘कुछ लोगों की किसी खास विभाग में काम करने की इच्छा होती है लेकिन विभागों का बंटवारा सीएम का विशेषाधिकार है। मंत्रियों के पास हर विभाग में प्रभावी रूप से काम करने का अवसर होता है।’ जब मुख्यमंत्री से उच्च शिक्षा मंत्री की कम शिक्षा के बारे में पूछा गया तो मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ मैंने क्या पढ़ाई की है ! मैं मुख्यमंत्री के रूप में काम कर रहा हूं।’’ उन्होंने कहा कि शिक्षा का मंत्री के रूप में काम करने से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि ‘मेरे पास वित्त मंत्रालय भी है। मैं क्या कोई अर्थशास्त्री हूं ? कुछ मंत्रालयों की मांग होगी लेकिन कुछ निर्णय पार्टी के अंदर होते हैं।’
यह भी पढ़ें- जेएनयू की पूर्व उपाध्यक्ष शेहला रशीद का आरोप- संघ और गडकरी रच रहे हैं पीएम को मारने की साजिश नाराज हैं जी. टी. देवगौड़ा उधर उच्च शिक्षा विभाग मिलने पर जी. टी. देवगौड़ा नाराज बताये जा रहे हैं। मीडिया से बातचीत में उन्होंने सवाल किया कि क्या उच्च शिक्षा विभाग और लघु सिंचाई के अलावा कोई अन्य विभाग बेहतर काम करने के लिए नहीं है ?