रेल के पुराने कोच में खुलेगा रेस्तरां
आपको बता दें कि जैसे कि अभी तक जैसे लोग रेल प्रशासन के हेरिटेज पार्क और रेल संग्रहालय में जाते हैं, उसी तरह वे रेल थीम वाले रेस्तरां में भी जाएंगे और ये एक्सेपेरिमेंट लोगों को पसंद भी आएगा। कहीं ना कहीं इस एक्सपेरिमेंट में रेलवे का भी फायदा है। इससे रेलवे की आमदनी बढ़ेगी और बेकार पड़े कोच का सदुपयोग होगा। इस पर गंभीरता से काम किया जाएगा और विशेषज्ञों की भी सेवा ली जाएगी।
रेलवे अधिकारी भोपाल स्थित शान-ए-भोपाल का उदाहरण देते हैं। उनका कहना है कि यह रेस्तरां काफी लोकप्रिय है। इसी तरह के और प्रयोग करने की जरूरत है। इससे देश के अन्य हिस्सों में भी आम जनता को परिवार व दोस्तों के साथ ट्रेन रेस्तरां में जायके का लुत्फ उठाने का मौका मिलेगा।
रेस्तरां में दिव्यांगों को मिलेंगे खास सुविधाएं
रेलवे बोर्ड ने सभी जोन को प्रस्ताव तैयार करने को कहा है। प्रस्ताव बनने के बाद आर्किटेक्ट और खानपान के क्षेत्र में काम करने वाली एजेंसियों को साथ में जोड़ा जाएगा। पुराने कोच को नए रूप रंग में ढालकर उसे आकर्षक बनाया जाएगा। कोच को इस तरह से तैयार किया जाएगा कि आने वाले लोगों को रेलवे से संबंधित रोचक व महत्वपूर्ण जानकारी भी मिल सकेगी। इसमें स्थानीय संस्कृति की भी झलक दिखेगी। सबसे खास बात यह है कि इसमें दिव्यांगों की सुविधाओं का भी ध्यान रखा जाएगा।