ये जानकारी केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने जारी की। इसके सा साथ ही भारत को तटीय क्षेत्रों में प्रदूषण नियंत्रण के लिए ‘इंटरनेशनल बेस्ट प्रैक्टिस’ के तहत तीसरे पुरस्कार के लिए भी चुना गया है।
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स्वच्छता अभियान के तहत इसे बड़ी उपलब्धि माना जा सकता है कि देश के आठ समुद्री तटों को ब्लू फ्लैग टैग की श्रेणी में शामिल किया गया है। इसके साथ भारत के लिए ये भी बड़ी उपलब्धि है कि वो दुनिया का पहला ऐसा देश बना है जिसे एक बार फिर आठ ब्लू फ्लैग दिए गए हैं।
इन समुद्र तटों को मिला ब्लू फ्लैग
ब्लू टैग का दर्जा प्राप्त करने वाले भारतीय समुद्र तटों में गुजरात का शिवराजपुर , दीव का घोघला , कर्नाटक के दो बीच कासरकोड और पदुबिद्री , केरल का कप्पड़ , आंध्र प्रदेश का रुशिकोंडा, ओडिशा का गोल्डन अंडमान का राधानगर समुद्र तट शामिल है।
पर्यावरण शिक्षा के लिए फाउंडेशन, डेनमार्क के कोपेनहेगन में मुख्यालय, ब्लू फ्लैग कार्यक्रम का संचालन करता है। यह दुनिया के सबसे मान्यता प्राप्त स्वैच्छिक ईको-लेबल में से एक है।
स्वच्छता अभियान के तहत इसे बड़ी उपलब्धि माना जा सकता है कि देश के आठ समुद्री तटों को ब्लू फ्लैग टैग की श्रेणी में शामिल किया गया है। इसके साथ भारत के लिए ये भी बड़ी उपलब्धि है कि वो दुनिया का पहला ऐसा देश बना है जिसे एक बार फिर आठ ब्लू फ्लैग दिए गए हैं।
इन समुद्र तटों को मिला ब्लू फ्लैग
ब्लू टैग का दर्जा प्राप्त करने वाले भारतीय समुद्र तटों में गुजरात का शिवराजपुर , दीव का घोघला , कर्नाटक के दो बीच कासरकोड और पदुबिद्री , केरल का कप्पड़ , आंध्र प्रदेश का रुशिकोंडा, ओडिशा का गोल्डन अंडमान का राधानगर समुद्र तट शामिल है।
पर्यावरण शिक्षा के लिए फाउंडेशन, डेनमार्क के कोपेनहेगन में मुख्यालय, ब्लू फ्लैग कार्यक्रम का संचालन करता है। यह दुनिया के सबसे मान्यता प्राप्त स्वैच्छिक ईको-लेबल में से एक है।
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सभी आठ समुद्री तटों को ब्लू फ्लैग बीच मानकों के तहत पूरी तरह साफ सुथरा रखा जाएगा। इन बीचेज को प्लास्टिक मुक्त, गंदगी मुक्त, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन से लैस रखा जाएगा। इसके अलावा सैलानियों के लिए साफ पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने, अंतरराष्ट्रीय मानकों के मुताबिक पर्यटन सुविधाएं विकसित करने और समुद्र तट के आसपास पर्यावरणीय प्रभावों के अध्ययन की सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाएंगी।
सभी आठ समुद्री तटों को ब्लू फ्लैग बीच मानकों के तहत पूरी तरह साफ सुथरा रखा जाएगा। इन बीचेज को प्लास्टिक मुक्त, गंदगी मुक्त, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन से लैस रखा जाएगा। इसके अलावा सैलानियों के लिए साफ पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने, अंतरराष्ट्रीय मानकों के मुताबिक पर्यटन सुविधाएं विकसित करने और समुद्र तट के आसपास पर्यावरणीय प्रभावों के अध्ययन की सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाएंगी।