चीन के खिलाफ भारत सरकार की बड़ी कार्रवाई, Tik ToK समेत 59 मोबाइल ऐप पर पाबंदी डेटा सिक्योरिटी ( data security ), गोपनीयता और डेटा इंटीग्रिटी सुनिश्चित करने के लिए आईआईटी एलुमनी काउंसिल रीयल टाइम कोरोना वायरस डायग्नोस्टिक और इलाज के डेटा को संभालने के लिए ब्लॉकचेन ( blockchain technology ) प्रोटेक्टेड पब्लिक क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर के डिजाइन की सुविधा प्रदान करेगा। अधिकृत यूजर्स के बीच रिसर्च और पब्लिक पॉलिसी डेटा को शेयर करने के लिए इसे ब्लॉकचैन संरक्षित सार्वजनिक क्लाउड प्रणाली पर भी अपलोड किया जाएगा।
आरटीपीआर उद्योग में उपयोग किए जाने वाले सभी चीनी सिस्टम और सॉफ्टवेयर को तत्काल प्रभाव से हटा दिया जाएगा और इनके स्थान पर स्वदेशी प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल किया जाएगा। चीनी सिस्टम और सॉफ्टवेयर को बदलने के साथ ही स्वदेशी और कम लागत वाले समाधान विकसित करने के लिए काउंसिल विभिन्न तकनीकी संस्थानों और अनुसंधान संस्थानों के साथ पिछले कुछ हफ्तों से सक्रिय रूप से काम कर रही है।
इनमें IIT रुड़की के साथ RTPCR प्रक्रिया में उपयोग किए जाने वाले सभी प्लास्टिक डिस्पोजल को रीसायकल करने के की एक पहल भी शामिल है। इसमें वायरल सैंपल ट्यूब, सैंपल प्लेट्स और पिपेट टिप्स शामिल हैं जो कि बड़ी मात्रा में जैव खतरनाक कचरा पैदा करते हैं।
इसी तरह ICT मुंबई मेगालैब में उपयोग की जाने वाली RTPCR 2.0 परीक्षण किट के बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए स्वदेशी पूंजीगत वस्तुओं के साथ एक स्वदेशी प्रौद्योगिकी लाइन की डिजाइनिंग और पायलटिंग पर काम में मदद कर रहा है।
Coronavirus vaccine को लेकर आई सबसे बड़ी खुशखबरी, Bharat Biotech ने कहा जुलाई से शुरू करेगी… भारत सरकार के चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध के समर्थन में IIT एलुमनी काउंसिल मेगालैब सहित अपनी सभी पहलों के लिए चीनी सिस्टम और सॉफ्टवेयर पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की घोषणा कर रही है। आईआईटी पूर्व छात्र परिषद के अध्यक्ष और मुख्य स्वयंसेवक रवि शर्मा ने कहा, “आत्मनिर्भर भारत के लिए प्रधानमंत्री की अपील के बाद हमने पहले से ही अपेक्षित सिस्टम और सॉफ्टवेयर के स्वदेशी विकास के लिए काम शुरू कर दिया था।”
उन्होंने आगे कहा, “हमें पूरा विश्वास है कि हम वैश्विक IIT एलुमनाई समुदाय के साथ-साथ मुंबई विश्वविद्यालय और ICT मुंबई जैसे साझेदार संस्थानों के समर्थन में विश्वस्तरीय प्रणाली और सॉफ्टवेयर पेश करने में सक्षम होंगे जो दुनिया भर में अपने प्रौद्योगिकी वर्चस्व के लिए जाने जाते हैं। हमें उम्मीद है कि दुनिया भर के बाजारों में चीन के साथ प्रतिस्पर्धा करेंगे।”