पर्सनल जानकारी आसानी हो सकती है हासिल
खास बात यह है कि हैकरों ने डार्क वेब पर इस डाटा के लिए सर्च इंजन बना दिया है। जहां आसानी से ग्राहकों की निजी सूचनाएं हासिल की जा सकती हैं। इनमें लोगों के मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और जीपीएस लोकेशन तक शामिल है।
खास बात यह है कि हैकरों ने डार्क वेब पर इस डाटा के लिए सर्च इंजन बना दिया है। जहां आसानी से ग्राहकों की निजी सूचनाएं हासिल की जा सकती हैं। इनमें लोगों के मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और जीपीएस लोकेशन तक शामिल है।
यह भी पढ़ेंः चीन में येलो नदी के पास खराब मौसम के चलते बड़ा हादसा, 21 धावकों की मौत अगर आप भी पिज्जा खाने के शौकीन हैं और अक्सर डोमिनोज पर पिज्जा का आर्डर करते हैं तो आपके लिए जरूरी खबर है। डोमिनोज के 18 करोड़ यूजर्स के नाम, क्रेडिट कार्ड डिटले और एड्रैस जैसी अहम जानकारी लीक हो गई हैं।
ऐसे करें खुद को सुरक्षित
यही नहीं हैकरों ने इन यूजर्स का डेटा इंटरनेट पर डाल दिया है। ऐसे में यूजर्स के लिए जरूरी है कि वे खुद को सुरक्षित करने के लिए जल्द से जल्द अपना क्रेडिट कार्ड पिन को बदल लें। हो सके तो नया कार्ड भी इश्यू करवा लें। इससे सीवीवी नंबर और अन्य जानकारियां भी बदल जाएंगी।
यही नहीं हैकरों ने इन यूजर्स का डेटा इंटरनेट पर डाल दिया है। ऐसे में यूजर्स के लिए जरूरी है कि वे खुद को सुरक्षित करने के लिए जल्द से जल्द अपना क्रेडिट कार्ड पिन को बदल लें। हो सके तो नया कार्ड भी इश्यू करवा लें। इससे सीवीवी नंबर और अन्य जानकारियां भी बदल जाएंगी।
कंपनी के सर्वर से 13 TB डाटा हैक
साइबर एक्सपर्ट्स की मानें तो अगर आपने कभी भी डोमिनोज पर ऑनलाइन आर्डर किया है तो संभव है कि आपकी सूचना भी चोरी हो गई है। सार्वजनिक की गई इन निजी जानकारियों को उपभोक्ताओं की जासूसी के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
साइबर एक्सपर्ट्स की मानें तो अगर आपने कभी भी डोमिनोज पर ऑनलाइन आर्डर किया है तो संभव है कि आपकी सूचना भी चोरी हो गई है। सार्वजनिक की गई इन निजी जानकारियों को उपभोक्ताओं की जासूसी के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
यूजर्स के 13000 GB डेटा यानी 13 टीबी डीटेल डोमिनोज के सर्वर से हैक कर ली गई हैं। खास बात यह है कि ये सारी जानकारी डार्क वेब पर उपलब्ध हैं। क्रेडिट कार्ड के मिस यूज का खतरा
कोई भी किसी उपभोक्ता का मोबाइल नंबर सर्च करके उसकी लोकेशन, ऑर्डर की तारीख और वक्त का पता लगा सकता है। चोरी हुए इस डाटा का उपयोग कर उपभोक्ता का लोकेशन मैप बनाया जा सकता है। ऐसे में अब डर सताने लगा है कि बड़ी संख्या में यूजर्स के क्रेडिट कार्ड का गलत इस्तेमाल हो
कोई भी किसी उपभोक्ता का मोबाइल नंबर सर्च करके उसकी लोकेशन, ऑर्डर की तारीख और वक्त का पता लगा सकता है। चोरी हुए इस डाटा का उपयोग कर उपभोक्ता का लोकेशन मैप बनाया जा सकता है। ऐसे में अब डर सताने लगा है कि बड़ी संख्या में यूजर्स के क्रेडिट कार्ड का गलत इस्तेमाल हो
सिक्योरिटी एक्सपर्ट राजशेखर राजरिया ने इस संबंध में ट्वीट किया है। जिसमें कहा गया है कि डोमिनोज पिज्जा के यूजर्स की डीटेल्स एक बार फिर लीक हो गई हैं। हैकर्स ने डार्क वेब पर एक सर्च इंजन बना दिया है, जिसमें डोमिनोज पिज्जा की 18 करोड़ डिलिवरी से जुड़ीं डीटेल्स दिख जाती हैं।
यह भी पढ़ेंः कोरोना संकट के बीच इस राज्य से आई बड़ी खबर, यहां 60 फीसदी लोगों ने लगवाली कोविड को दानों डोज एयर इंडिया के 45 लाख यात्रियों की जानकारी लीक
आपको बता दें कि हाल में एयर इंडिया के 45 लाख कस्टमर्स की निजी जानकारियां भी लीक हो गई थीं। साइबर हमले में क्रेडिट कार्ड, पासपोर्ट और फोन नंबर चोरी हो गए हैं।
आपको बता दें कि हाल में एयर इंडिया के 45 लाख कस्टमर्स की निजी जानकारियां भी लीक हो गई थीं। साइबर हमले में क्रेडिट कार्ड, पासपोर्ट और फोन नंबर चोरी हो गए हैं।
इसके साथ ही ग्राहकों के नाम, जन्म तिथि, संपर्क जानकारी और टिकट की जानकारी भी चोरी हुई है। हैकर्स ने पूरे 10 साल का डेटा चोरी किया है। एयरइंडिया ने इस हैकिंग की पुष्टि की है। एयर इंडिया ने घोषणा की है कि फरवरी में उसके डेटा प्रोसेसर पर बड़े पैमाने पर साइबर हमले हुए हैं।