डीजीसीए के महानिदेशक अरुण कुमार ( DGCA Director General Arun Kumar ) ने कहा है कि जो यात्री सफर के दौरान फेस मास्क पहनने से मना करते हैं, उन्हें नो फ्लाई लिस्ट में रखा जा सकता है।
शिवसेना नेता संजय राउत ने लिया गांधी परिवार का पक्ष, कहा – कांग्रेस अध्यक्ष के लिए राहुल बेहतर विकल्प लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया है कि ऐसे यात्रियों के आगामी उड़ानों पर कब तक क ेलिए प्रतिबंध लग सकता है। इस बारे में बताया गया है कि यह केबिन क्रू द्वारा बताए गए आकलन पर निर्भर करेगा। उन्होंने कहा कि अभी तक इस तरह का कोई मामला सामने नहीं आया है।
डीजीसीए के एक अधिकारी ने बताया है कि फ्लाइट के केबिन क्रू किसी यात्री को नो-फ्लाई लिस्ट में डालने की पहल करेगा। अगर कोई यात्री खाने-पीने कारण मास्क उतारता है तो उसपर कार्रवाई नहीं होगी। लेकिन कोई जान बूझकर मास्क पहनने से इनकार करता है और दूसरों को खतरे में डालता है तो वह नो-फ्लाई सूची में डाले जाने जैसे सख्त कदमों को न्योता देगा।
Supreme Court : लाख टके का सवाल सबसे निचले तबके तक कैसे पहुंचे आरक्षण का लाभ बता दें कि कोरोना वायरस महामारी संक्रमण को रोकने के लिए केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस में मास्क पहनना अनिवार्य है। भारत ने दो महीने के प्रतिबंध के बाद 25 मई को अपने घरेलू उड़ान का संचालन फिर से शुरू कर दिया था। विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए वंदे भारत मिशन के तहत अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें संचालित की जा रही हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अपने ट्विट में बताया है कि वंदे भारत मिशन आशा, सहायता और खुशी का एक मिशन है। 13.5 लाख से अधिक लोगों को देश वापस लाया गया या फिर बाहर भेजा गया। गुरुवार को 4,110 लोगों की यात्रा के साथ मिशन जारी है।