दरअसल ये दावा हैदराबाद और कानपुर में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान ( IIT ) में मथुकुमल्ली विद्यासागर और मनिंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में किए गए शोध में किया गया है।
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बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान रोजाना करीब पांच लाख तक नए केस सामने आ रहे थे। इस लिहाज से तीसरी लहर को लेकर ये आंकड़ा थोड़ी राहत जरूर दे रहा है।
वहीं इस रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि अक्टूबर में तीसरी लहर का पीक देखने को मिल सकता है। विद्यासागर ने रिपोर्ट में इस बात की भी खुलासा किया है कि किन राज्यों की वजह से तीसरी लहर का पीक आएगा। उनकी रिपोर्ट के मुताबिक केरल और महाराष्ट्र जैसे राज्यों के चलते स्थिति फिर गंभीर हो सकती है।
हालांकि यह संभावना जताई जा रही है कि कोविड -19 की तीसरी लहर, इसी साल आई दूसरी लहर की तरह घातक नहीं होगी।
हालांकि यह संभावना जताई जा रही है कि कोविड -19 की तीसरी लहर, इसी साल आई दूसरी लहर की तरह घातक नहीं होगी।
इसी साल मई में IIT हैदराबाद के एक प्रोफेसर विद्यासागर ने कहा था कि भारत के कोरोनावायरस का प्रकोप मैथेमेटिकल मॉडल के आधार पर कुछ दिनों में पीक पर हो सकता है।
ब्लूमबर्ग के मुताबिक, विद्यासागर ने बताया था ‘हमारा मानना है कि कुछ दिनों में पीक आ जाएगा।
ब्लूमबर्ग के मुताबिक, विद्यासागर ने बताया था ‘हमारा मानना है कि कुछ दिनों में पीक आ जाएगा।
जून को लेकर गलत साबित हुआ अनुमान
विद्यासागर की टीम का जून को लेकर किय गया अनुमान गलत साबित हुआ है। पहले उनका अनुमान था कि जून महीने के मध्य तक कोविड वेव पीक पर होगी। उन्होंने तब ट्विटर पर लिखा था कि ऐसा गलत पैरामीटर्स के चलते हुआ क्योंकि एक हफ्ते पहले तक कोविड तेजी से बदल रहा था।’
विद्यासागर की टीम का जून को लेकर किय गया अनुमान गलत साबित हुआ है। पहले उनका अनुमान था कि जून महीने के मध्य तक कोविड वेव पीक पर होगी। उन्होंने तब ट्विटर पर लिखा था कि ऐसा गलत पैरामीटर्स के चलते हुआ क्योंकि एक हफ्ते पहले तक कोविड तेजी से बदल रहा था।’
CSIR ने दिए सुझाव
उधर कोरोना की तीसरी लहर को लेकर वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. शेखर सी मांडे ने कहा कि निश्चित रूप से थर्ड वेव आ रही है। लेकिन यह अनुमान लगाना काफी कठिन है कि यह कब आएगी।
उधर कोरोना की तीसरी लहर को लेकर वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. शेखर सी मांडे ने कहा कि निश्चित रूप से थर्ड वेव आ रही है। लेकिन यह अनुमान लगाना काफी कठिन है कि यह कब आएगी।
मांडे ने सुझाव दिया कि, वैक्सीनेशन और मास्क पहनने से तीसरी लहर की तीव्रता को सीमित किया जा सकता है। वायरस का डेल्टा प्लस वेरिएंट चिंता का विषय नहीं है, बस अलर्ट रहने की जरूरत है।
सीएसआईआर प्रमुख ने देश के लोगों से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की है।
सीएसआईआर प्रमुख ने देश के लोगों से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की है।
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देश में पिछले 24 घंटे में 40, 134 नए मामले पाए गए हैं और 424 लोगों की मौत हो गई है। वहीं 36,946 लोग ठीक हुए। 422 लोगों ने कोरोना चलते बीते 24 घंटे में अपनी जान गंवाई है। देश में अब तक कोरोना के कुल 31,695,368 पुष्ट मामले पाए गए हैं।
देश में पिछले 24 घंटे में 40, 134 नए मामले पाए गए हैं और 424 लोगों की मौत हो गई है। वहीं 36,946 लोग ठीक हुए। 422 लोगों ने कोरोना चलते बीते 24 घंटे में अपनी जान गंवाई है। देश में अब तक कोरोना के कुल 31,695,368 पुष्ट मामले पाए गए हैं।