यह भी पढ़ें
रेमडेसिविर जैसा कारगर है महज 10 रुपये में मिलने वाला ‘डेक्सामेथासोन’ इंजेक्शन
टैंकर के आने की प्रतिक्षा कर रहे थे ऑक्सीजन की भारी किल्लत की वजह से लोग बेहद परेशान थे। अस्पताल में सभी इस टैंकर के आने की प्रतिक्षा कर रहे थे। इस कारण अस्पताल के चैयरमेन भी घर नहीं गए। रेजिडेंट डॉक्टरों के अनुसार हमने लगभग सभी उम्मीदें खो दी थीं, मगर जब जब हमने देखा कि हमारे परिसर में ऑक्सीजन टैंकर पहुंचा गया है तो सभी भावुक हो गए। जीटीबी में मात्र 4 घंटे की ऑक्सीजन गौरतलब है कि दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के कारण स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार रात 10:30 बजे ट्वीट कर बताया कि गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में ऑक्सीजन की भारी कमी है। उन्होंने बताया कि जीटीबी में मात्र 4 घंटे की ऑक्सीजन रह गई है। यहां पर 500 मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। ट्वीट में उन्होंने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को टैग कर लिखा कि तुरंत इस परेशानी का हल निकालें। इससे निपटने के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति तुरंत की जाए। उन्होंने अपने ट्वीट में जीटीबी अस्पताल और यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस के प्रिंसिपल अनिल जैन का संदेश साझा किया था।
यह भी पढ़ें
हिमाचल: उपभोक्ताओं को तीन माह का एकसाथ बिल भेजा, लेट फीस के रूप में लिया जुर्माना
वेंडर आने में असमर्थ था संदेश में लिखा था कि मोदी नगर से जो ऑक्सीजन की सप्लाई करने वाला वेंडर है वह आने में असमर्थ है। उसके जिले के डीएम और एसएसपी का दबाव है कि वे दूसरे राज्यों जैसे दिल्ली को ऑक्सीजन की अपूर्ति के लिए न जाएं। ऐसे में अब हमारे पास सिर्फ गुरुवार रात दो बजे तक की ऑक्सीजन शेष रह गई है। 10 से 12 घंटे की ऑक्सीजन रह गई स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार दिल्ली के कई अस्पतालों में सिर्फ 10 से 12 घंटे की ऑक्सीजन रह गई है। रोजाना इसकी खपत को देखते हुए दिल्ली में काफी कम ऑक्सीजन की आपूर्ति हो रही है। इस दौरान देर रात जीटीबी अस्पताल में ऑक्सजीन टैंकर पहुंचने के बाद लोगों के चेहरे पर उम्मीद किरण लौट आई।