हाईकोर्ट ने मंगलवार को एक याचिका पर सुनवाई की जिसमें अदालत के फैसले को लागू नहीं करने का आरोप लगाया गया था। सुनवाई के दौरान दोनों आईएएस अधिकारी चिरंजीवी चौधरी और गिरिजा शंकर कोर्ट में पेश हुए। सुनवाई के बाद कोर्ट ने दोनों को दोषी करार देते हुए एक हफ्ते जेल की सजा सुनाई।
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सुनवाई के दौरान आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय ने 36 कर्मचारियों को नियमित करने के लिए अप्रैल में जारी आदेशों को लागू नहीं करने पर नाराजगी व्यक्त की। अदालत ने आईएएस अधिकारी गिरिजा शंकर और आईएफएस अधिकारी चिरंजीवी चौधरी को आदेशों को लागू करने के लिए बार-बार निर्देशों की अवहेलना करने के लिए एक सप्ताह जेल की सजा सुनाई। सुनवाई के दौरान अधिकारियों के आचरण से नाराज होकर अदालत के आदेशों की अवहेलना करने के लिए दोनों को जेल की सजा सुनाई।
आईएस अधिकारी ने सीएम केसीआर के छुए पैर
मालूम हो कि तेलंगाना में एक भारतीय प्रशासनिक अधिकारी (IAS) ने मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR) कै पैर छुए, जिसके बाद से राज्य में सियासत गरमा गई। सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल है। इस वीडियो में एक आईएएस अधिकारी मुख्यमंत्री केसी राव के पैर छूते नजर आ रहे हैं।
वीडियो सामने आने के बाद विपक्षी पार्टियों ने इसपर सवाल खड़े किए, जिसको लेकर आईएस अधिकारी ने जवाब भी दिए हैं। कांग्रेस प्रवक्ता श्रावन दासोजू ने कहा कि जिलाधिकारी को राव के पैर नहीं छूने चाहिए थे।
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सिद्दीपेट जिलाधिकारी वेंटकरामा रेड्डी ने सफाई देते हुए कहा कि सिद्दीपेट के जिलाधिकारी के तौर पर ड्यूटी ज्वाइन करने से पहले मैं मुख्यमंत्री केसी राव का आशीर्वाद लिया था, जो मेरे लिए पिता के समान हैं। इसके बारे में बात करने के लिए कुछ भी नहीं है क्योंकि मैंने फॉदर्स डे के मौके पर उनका आशीर्वाद लिया था।
मालूम हो कि रविवार को फादर्स डे के मौके पर सीएम केसीआर सिद्दीपेट में एक नई इमारत का उद्घाटन करने आए थे। इस दौरान वेंकटरामा रेड्डी सीएम चंद्रशेखर राव के पैर छूते दिखाई दिए।