राहुल गांधी 26 से प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर मोदी सरकार को दलित विरोधी बताना इस अभियान का खास मकसद मोदी सरकार को दलित विरोधी बताना और कांग्रेस की पहचान को दलितों के बीच और मजबूत करना होगा। साथ ही संविधान के मुद्दों को देशव्यापी मंच पर उठाना भी इस अभियान का मुख्य उद्देश्य माना जा रहा है।
इस अभियान में होगी दलितों के हको की बात
कांग्रेस इस अभियान को दलितों और संविधान से जोड़कर देख रही है। जिसमें ये बताने पर जोर दिया जाएगा कि दलितों के हकों को लेकर किस तरह से संविधान पर बार-बार हमला किया जा रहा है।
कांग्रेस इस अभियान को दलितों और संविधान से जोड़कर देख रही है। जिसमें ये बताने पर जोर दिया जाएगा कि दलितों के हकों को लेकर किस तरह से संविधान पर बार-बार हमला किया जा रहा है।
कांग्रेस में चल रही फेरबदल, कमलनाथ और सिंधिया के हाथ आ सकती है कमान कई दलित नेता भी होंगे शामिल बताया जा रहा है कि सोमवार सुबह लगभग साढ़े दस बजे इस अभियान की शुरुआत की जाएगी। जिसमें जिला स्तर के पदाधिकारियों समेत पंचायत और स्थानीय निकाय के सदस्य भी शामिल रहेंगे। साथ ही दलितों के साथ जुड़े नेताओं के भी शामिल होने की बात कही जा रही है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कई नेता शामिल होंगे सूत्रों के हवाले से खबर है कि इस अभियान में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे और सुशील कुमार शिंदे भी शिरकत कर सकते हैं।
कर्नाटक चुनाव के लिए कांग्रेस ने जारी की स्टार प्रचारकों की लिस्ट, अखिलेश यादव का नाम शामिल अगले साल भीमराव अंबेडकर की जयंती तक चलेगा अभियान बता दें कि यह अभियान अगले साल संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर की जयंती तक जारी चलेगा। अभियान पर कांग्रेस का बयान आया है कि – भाजपा सरकार में संविधान खतरे में है और दलितों को शिक्षा और नौकरी के अवसर भी नहीं दिए जा रहे हैं।