उससे संपर्क बनाने के लिए सभी प्रकार के प्रयास जारी हैं। लैंडर विक्रम के बारे में तथ्य मिलने के बाद अगला कदम उठाया जाएगा। इसरो चीफ के.सिवन ने मीडिया से कहा है कि आगे भी हमें आर्बिटर के बारे में बहुत कुछ तथ्य मिलने की हमें उम्मीद है।
चंद्रयान-2 लैंडर विक्रम को लेकर चीन ने किया सबसे बड़ा खुलासा, संपर्क में क्यों हुई चूक इसको लेकर पूछा सवाल
चंद्रयान-2 लैंडर विक्रम को लेकर चीन ने किया सबसे बड़ा खुलासा, संपर्क में क्यों हुई चूक इसको लेकर पूछा सवाल
ऑर्बिटर के 8 पुर्जे सही तरह से कर रहे काम
चन्द्रयान-2 को लेकर जो बात सामने आई उसके मुताबिक फिलहाल आर्बिटर की कार्य दक्षता बहुत अच्छी है। खास बात यह है कि आर्बिटर के 8 पुर्जे बिलकुल सही सलामत हैं और ठीक से काम भी कर रहे हैं।
चन्द्रयान-2 को लेकर जो बात सामने आई उसके मुताबिक फिलहाल आर्बिटर की कार्य दक्षता बहुत अच्छी है। खास बात यह है कि आर्बिटर के 8 पुर्जे बिलकुल सही सलामत हैं और ठीक से काम भी कर रहे हैं।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ऑर्बिटर के जरिये आगे कई तथ्य मिलते रहेंगे। यही नहीं इसरो अध्यक्ष के मुताबिक वर्ष 2020 के अंत तक भारत का मानव सहित अंतरिक्ष अभियान जिसका नाम गगनयान रखा गया है वो भी शुरू हो जा रहा है।
लैंडर विक्रम को लेकर ISRO चीफ ने कही बड़ी बात, कुछ घंटों में होगा बड़ा करिश्मा यही नहीं लैंडर विक्रम को लेकर भी अहम बात सामने आई है। इसके मुताबिक लैंडर विक्रम अब भी 98 फीसदी काम कर रहा है।
ISRO को उम्मीद है कि आने वाले वक्त में लैंडर विक्रम से संपर्क होने की उम्मीद है। दरअसल जब चांद पर 14 दिन वाली रात खत्म होगी तो एक बार फिर सूरज निकलेगा और सौर ऊर्जा से लैंडर विक्रम चार्ज हो सकता है।
यानी अक्टूबर महीन में उम्मीद जताई जा सकती है कि लैंडर विक्रम को लेकर एक अच्छी खबर सुनने को मिले। आपको बता दें कि चांद पर 21 सितंबर को पूरी तरह रात हो जाएगी।