ट्रेन-18 पर पत्थरों से हमला दरअसल, ट्रेन-18 दोपहर 2 बजकर 18 मिनट पर आगरा कैंट स्टेशन पहुंची। ऐसे में फाइनल ट्रायल को सफल बताया जा रहा है। इस दौरान ट्रेन-18 की रफ्तार 180 किलोमीटर प्रति घंटा रही। वहीं, रास्ते में अज्ञात लोगोें ने अचानक ट्रेन पर पथराव कर दिया। जिससे कई खिड़कियों के शीशे टूट गए। फाइनल ट्रायल के दौरान ट्रेन 18 पर हुए पथराव को लेकर रेलवे प्रशासन ने चिंता जताई है। जानकारी के मुताबिक ट्रेन की सर्वाधिक गति 181 किलो मीटर प्रति घंटे की रही। गौरतलब है कि पहले कहा गया था कि ट्रेन 18 अधिकतम 200 किलोमीटर की रफ्तार से चलेगी। हालांकि, यह भी कहा गया था कि वापसी के दौरान ट्रेन 18 अधिकतम 200 किलोमीटर की रफ्तार से चलेगी। लेकिन, ऐसा नहीं हो सका।
100 करोड़ की लागत से बनी है ट्रेन गौरतलब है कि ट्रेन 18 का निर्माण आइसीएफ चेन्नई ने 100 करोड़ रुपये की लागत से किया है, जो हाल में भारत की सबसे तेज ट्रेन बन गई। दिल्ली-राजधानी मार्ग के एक खंड पर प्रायोगिक परीक्षण के दौरान इसकी रफ्तार 180 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक रही।