बैटरी के ब्लास्ट होने से उंसके मुंह के बाहरी हिस्से के चिथड़े उड़ गए। वह बुरी तरह से घायल हो गया। इलाज के लिए गंभीर रूप से घायल मोनू को परिजन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लेकर आए। उसकी हालत गंभीर देखकर उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। इस बीच रास्ते में ही बच्चे की मौत हो गई। पड़ोसियों का कहना है कि परिवार बेहद गरीब है। सोलर एनर्जी से हमेशा मोबाइल की बैटरी मोबाइल से निकाल कर चार्ज करते थे। मगर बैटरी को चेक करने के लिए जब बच्चे ने उसे जीभ से लगाया तो वह ब्लास्ट हो गई। परिजनों ने इस मामले में हलिया थाने में कोई भी शिकायत दर्ज नहीं करवाई।