यह भी पढ़ेंः इस प्राधिकरण की महिला लिपिक को योगी राज में मिली यह सजा, अब कोर्इ भी कर्मचारी एेसा करने की सोचेगा भी नहीं एक महीने पहले लापता हुर्इ थी गौरतलब है कि एक माह पहले परतापुर क्षेत्र से युवती लापता हो गई थी। परिजनों ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी, हालांकि युवती अपने जीजा के साथ फरार हुई थी। परिजनों को सूचना मिली कि युवती अपने जीजा के साथ बागपत में रह रही है। परिजन बागपत पहुंचे। उन्होंने दोनों को पकड़ लिया और कोतवाली ले गए। दोनों पक्ष के बीच कोतवाली में नोक-झोंक भी हुई। पुलिस ने जीजा को हिरासत में ले लिया। जीजा से निकाह करने वाली युवती ने बताया कि पांच माह पहले जीजा उसके साथ मजाक कर रहा था। इसका उसके परिजनों ने विरोध किया और जीजा की पिटाई कर दी। इसे वह बर्दाश्त नहीं कर पाई। उसने जीजा के साथ रहने का फैसला किया और घर छोड़कर चली गई।
यह भी पढ़ेंः कश्मीर में अमरनाथ यात्रा के दौरान शिवभक्तों की सेवा के लिए इस शहर से जाने वाले लोगों की दास्तान सुनेंगे तो रह जाएंगे सन्न किया था जलाने का प्रयास युवती ने बताया कि उसने परिजनों का विरोध किया तो मिट्टी का तेल डालकर परिजनों ने उसे जिंदा जलाने की कोशिश की। इसके बाद उसने परिजनों को सबक सिखाने के लिए जीजा के साथ निकाह करने की ठान ली। 22 मई को वह घर से एक लाख रुपये लेकर अपने जीजा के साथ भाग निकली। उसने जीजा से निकाह कर लिया और हाईकोर्ट इलाहाबाद में शादी पंजीकृत कराने के लिए याचिका दायर कर दी। उसके कोर्ट में बयान भी हो चुके हैं। वह अपने पति के साथ ही रहेगी।
यह भी पढ़ेंः राजनीति के वेंटिलेटर से उठकर 2019 की दौड़ में यह पार्टी, वेस्ट यूपी में अब जमेगा ‘मजगर’ का सिक्का परिजनों ने निकाह मानने से किया इनकार वहीं युवती के परिजनों का कहना है कि उसकी बड़ी बहन का निकाह 12 साल पहले सत्तार के साथ हुआ था। अब उसके पांच बच्चे भी हैं। दामाद ने उनकी छोटी बेटी को बहला-फुसलाकर निकाह किया है। इसे वे नहीं मानते हैं। उनके धर्म में सगी बहन से निकाह नहीं हो सकता है। कोतवाली प्रभारी दिनेश कुमार ने बताया कि मामला मेरठ का है। वहां की पुलिस को सूचना दे दी गई है आैर इस मामले की जांच की जा रही है।