जिला पंचायत राज अधिकारी आलोक सिन्हा ने बताया कि आगामी दो मार्च तक ग्राम पंचायतों की आरक्षण सूची का प्रकाशन कर इसको जारी कर दिया जाएगा। इससे पहले जिला पंचायत अध्यक्ष के पद को शासन ने अनारक्षित घोषित कर दिया था। इसके तुरंत बाद ही इसके बाद ब्लाक प्रमुख के पद को लेकर भी सूची जारी कर दी गई थी। इसके बाद से सबसे अधिक जिस आरक्षण सूची का इंतजार किया जा रहा था वह थी ग्राम प्रधानों के आरक्षण को लेकर। जिसको लेकर लोगों में कोतुहल बना हुआ था। खासकर उन लोगों में जो चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। अब प्रशासन ने जिले के सभी 12 ब्लाकों के ग्राम पंचायत पद के लिए किए गए आरक्षण को स्पष्ट कर दिया।
ये है जिले के ब्लाकवार ग्राम पंचायतों में आरक्षण की स्थिति :— जिले में 171 सीटों को अनारक्षित किया गया है। जिसमें कोई भी चुनाव लड़ सकता है। वहीं अनूसूचित जनजाति के लिए कोई सीट आरक्षित नहीं रखी गई। जबकि अनुसूचित जाति वर्ग महिला और पुरुष के लिए 105 सीटें आरक्षित हुई हैं। पिछड़ा वर्ग महिला और पुरुष के लिए 127 और सामान्य वर्ग महिला के लिए 76 सीट आरक्षित की गई हैं।
यह भी देखें: राम मंदिर में श्रम दान करना चाहते हैं इकबाल जिले में हैं 479 ग्राम पंचायतें :— मेरठ जिले में पुनरीक्षण परीसीमन के बाद 479 गांवों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होगा। इसमें 6373 ग्राम पंचायत वार्ड सदस्य चुने जाएंगे। 824 क्षेत्र पंचायत के वार्ड सदस्य, 33 जिला पंचायत वार्ड सदस्य चुने जाएंगे। जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 865 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। जिनमें 2351 मतदान स्थल होंगे। जिले में वोटर लिस्ट का प्रकाशन होने के बाद मतदाताओं की संख्या 13,35,065 है। जिला पंचायत राज अधिकारी आलोक सिन्हा ने बताया कि आरक्षण प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है। ब्लाकवार ग्राम प्रधान पद के लिए आरक्षण हो चुका है अब गांवों के आरक्षण की बारी है।