ऑफिस के चक्कर लगा रहे हैं करदाता ऐसे में करदाताओं को कर सलाहकार, कर अधिवक्ताओं के कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ रहा है। यहां भी कोई राहत नहीं मिल पा रही हैं, जब तक नया पोर्टल पूरी तरह से काम नहीं करना शुरू कर देगा, तब तक राहत मिलने की संभावना नहीं दिखती है। आयकर अधिवक्ता विजय कुमार का कहना है कि इन दिनों रिटर्न फाइल करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
नए पोर्टल ने बढ़ाई है परेशानी आयकर विभाग के नियमानुसार करदाताओं को हर साल रिटर्न दाखिल करना होता है। इसके अलावा बैंक से कर्ज लेने, अपील फाइल करने, डिजिटल सिग्नेचर के पंजीकरण आदि का काम भी करना होता है। इस बीच आयकर विभाग ने जो नया पोर्टल लांच किया हैं, उसके काम न करने की वजह से परेशानी बढ़ रही है। इसके लिए आयकर विभाग के साथ ही लोग कर अधिवक्ताओं के पास पहुंच रहे हैं, यहां भी उनके कार्य में पोर्टल का सही तरीके से न चलना बाधक बना है।
पोर्टल सही करने की हुई थी मांग विजय कुमार ने बताया कि पिछले दिनों ऑल इंडिया फेडरेशन आफ टैक्स प्रैक्टिशनर्स के पदाधिकारियों की ओर से वित्तमंत्री को भेजे पत्र में समस्याओं की जानकारी देने के साथ ही पोर्टल को सही करने की मांग की गई थी, लेकिन स्थिति जस की तस बनी है। करदाताओं को भी हर दिन वापस करना पड़ रहा है।
…तब तक पुराने पोर्टल को ही चालू करना चाहिए उन्होंने कहा कि अप्रैल के बाद जब से नया पोर्टल लांच हुआ है, तभी से यह समस्या बनी है। बीच में कुछ ठीक हुआ तो फिर वहीं स्थिति हो गई है। न रिटर्न फाइल हो पा रहा है न ही अन्य काम। सरकार को पोर्टल की गड़बड़ी जल्द दूर करानी चाहिए। इस समस्या से करदाता तो परेशान हैं ही, सरकार को राजस्व का भी नुकसान हो रहा है। विजय कुमार ने कहा कि जब तक नया पोर्टल सही तरीके से काम नहीं कर रहा है, तब तक पुराने पोर्टल को ही चालू करना चाहिए, जिससे कि लोगों को राहत मिले।