यह भी पढ़ेेंः 200 झुग्गी-झोपड़ी जलाने और बवाल का आरोपी शिमला में कर रहा था मौजमस्ती, पुलिस ने इस तरह पकड़ा नाइट ड्यूटी करके वापस लौट रहा था मवाना थाना क्षेत्र के ढिकौली गांव निवासी 47 वर्षीय रणवीर मवाना शुगर मिल में ठेकेदार के अधीनस्थ मशीन ठीक करने का काम करता था। वह शुक्रवार की रात 11 बजे काम खत्म करके मिल से अपने घर जा रहा था। इस दौरान मोहल्ला कल्याण सिंह में बिजलीघर के पास पहरा दे रहे लोगों ने उसको चोर समझकर दबोच लिया और उसकी पिटाई शुरू कर दी। इतने में ही भीड़ एकत्र हो गई। इसके बाद कुछ लोगों ने उसको भीड़ के कब्जे से छुड़ाया। उस समय रणवीर अपने घर चला गया। घर पहुंचते ही उसको खून की उल्टी शुरू हो गई। परिवार के लोग रणबीर को अस्पताल ले जाने लगे, लेकिन अस्पताल में पहुंचते ही चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
यह भी पढ़ेंः निकाह वाले दिन बेटी ने माता-पिता की सुन ली ये बात और पहुंच गई पुलिस के पास, फिर ये हुआ… पुलिस के पहुंचने पर ग्रामीणों का हंगामा परिजन शव को लेकर गांव पहुंचे तो ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया। मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर विनय आनंद ने शव को कब्जे में लेना चाहा तो ग्रामीणों ने इसका जबरदस्त विरोध किया। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन देकर हंगामा शांत कराया और शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इंस्पेक्टर का कहना है कि यदि मृतक को चोर समझा था तो पुलिस को इसकी जानकारी देनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा। मृतक रणवीर के भाई ने मोहल्ला कल्याण सिंह के मोनू,सोनू, अमित, बबलू, राजकुमार समेत कई अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने इनमें से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।