यह भी पढ़ें- मकान पर कब्जे को लेकर पथराव और फायरिंग, जमकर हंगामा दरअसल, सर्राफ विनोद कुमार वर्मा परिजनों के साथ ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के शास्त्री की कोठी के पास रहते थे। उनकी शहर के सर्राफा बाजार में विनोद कुमार एंड संस के नाम से दुकान है। दुकान पर बड़ा बेटा किशन वर्मा भी बैठता है। छोटे बेटे राजीव और गोविंद भी सर्राफ का काम करते हैं। शनिवार देर रात रुपए को लेकर विनोद और बेटे किशन में किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इसी विवाद में किशन ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल पिता के मुंह में डालकर गोली चला दी। गोली सिर में फंस गई। खून से लथपथ विनोद जमीन पर गिर गए। तत्काल स्वजन उन्हें केएमसी अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। वहीं, पिता के हत्यारोपी बेटे ने खुद को कमरे में बंद कर लिया। पुलिस जब आरोपी को पकड़ने पहुंची तो उसने पुलिस पर भी फायरिंग कर दी। किशन वर्मा को रात 12 बजे पुलिस ने जैसे-तैसे गिरफ्तार किया। इसी बीच गुस्साई भीड़ ने उसे पुलिस के सामने ही जमकर पीटा। पुलिस ने लाठी फटकारते हुए किसी तरह भीड़ को खदेड़ा। उसके बाद पुलिस आरोपी को भीड़ से छुड़ाकर थाने ले गई।
एसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि सर्राफ की उनके बेटे ने ही गोली मारकर हत्या की है। आरोपी ने खुद को कमरे में बंद कर रखा था। काफी मशक्कत के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। शव पोस्टमार्टम को भेज दिया है। हत्या के कारणों की जानकारी जुटाई जा रही है।
बेटा नशेड़ी, करोड़ों रुपए जुए में हारा बताया जाता है कि जिस बेटे ने बाप की हत्या की वह नशे का आदी था और करोड़ों रुपए जुए में हार गया था, जिसके चलते वह काफी परेशान था। मृतक विनोद काफी रुपए बेेटे की उधारी का भर भी चुके थे, लेकिन फिर भी वह रुपए की डिमांड करता रहता था।