मौसम वैज्ञानिक डा. एन सुभाष ने बताया कि इससे पहले 2016 और 2021 को छोड़ दें तो मंगलवार फरवरी में अब तक का सबसे गर्म दिन रहा है। 21 फरवरी की रात को लखनऊ का तापमान 16 डिग्री रहा था, जो कि इस सीजन में सबसे अधिक माना जा रहा है। न्यूनतम तापमान ने पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। 2022 की फरवरी में यह अधिकतम 15.8 डिग्री तक पहुंचा था।
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पश्चिम विक्षोभ की कम सक्रियता तापमान बढ़ने का कारण
सुबह से दोपहर तक तेज धूप के चलते लोगों को पंखा और एसी चलाना पड़ रहा है। रात का तापमान अधिक होने से लोगों को पंखे की जरूरत महसूस हो रही है। मौसम वैज्ञानिक डा. एन सुभाष के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ की कम सक्रियता तापमान बढ़ने का प्रमुख कारण है।
2011 से 2022 के बीच अधिकतम तापमान का अधिक
साल 2016 में अधिकतम तापमान 33.3 और 2021 में 33.6 डिग्री तक पहुंच गया था। अन्य सालों में यह इस प्रकार रहा।
वर्ष —— अधिकतम उच्च तापमान
2011——– 31.0
2012——- 31.2
2013 ——-29.6
2014 ——-28.3
2015 ——-31.6
2017 ——-32.3
2018 ——32.5
2019 ——30.5
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बढ़ती गर्मी का कारण
डा. एन सुभाष के अनुसार इस समय यूपी में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता समाप्त है। इससे बादल, बारिश व कोहरे का प्रभाव कम हो गया है। आसमान साफ रहने से फरवरी के तीसरे सप्ताह में अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर है। उन्होंने बताया कि जनवरी में और फरवरी के शुरुआती दिनों में ठंड से वाष्पीकरण नहीं हो पाया।
बढ़ती गर्मी का कारण
डा. एन सुभाष के अनुसार इस समय यूपी में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता समाप्त है। इससे बादल, बारिश व कोहरे का प्रभाव कम हो गया है। आसमान साफ रहने से फरवरी के तीसरे सप्ताह में अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर है। उन्होंने बताया कि जनवरी में और फरवरी के शुरुआती दिनों में ठंड से वाष्पीकरण नहीं हो पाया।
इसी तेजी से तापमान बढ़ेगा तो आने वाले समय में दबाव पड़ने से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होंगे। जितना ज्यादा दबाव पड़ेगा, उतना अधिक बारिश की संभावना बढ़ेगी।