यह भी पढ़ें- अलर्ट मोड पर यूपी पुलिस, अब शालीनता के साथ मास्क नहीं लगाने वालों के कटेंगे चालान बता दें कि मेरठ और प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बिगड़ती जा रही है। सितंबर 2020 के बाद पहली बार ऐसा हुआ है। उसके बाद से अब अप्रैल 2021 में फिर से कोरोना के बढ़ते संक्रमण के ख़तरे के मददेनजर ज़िलाधिकारी को नाइट कर्फ्यू का अधिकार दे दिया है। इसी को लेकर मेरठ में गत 8 अप्रैल की रात्रि से नाइट कर्फ्यू की घोषणा कर दी गई। मेरठ में भी रात 9 बजते ही लोग दुकान बंद कर अपने-अपने घरों को वापस लौटने लगे।
आवश्यक सेवाओं पर नहीं प्रतिबंध नाइट कर्फ्यू के दौरान आवश्यक वस्तु को लाने ले जाने की छूट होगी। रात्रि कालीन शिफ्ट के सरकारी और अर्ध सरकारी कर्मचारियों के अलावा आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं में काम करने वाले निजी क्षेत्र के लोगों को भी छूट होगी। रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, एयरपोर्ट पर आने जाने वाले लोग अपना टिकट दिखाकर आ-जा सकेंगे। इसके अलावा हर प्रकार की मालवाहक गाड़ियों के आने जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा।
मेरठ में 165 केस मिले बता दें कि शुक्रवार शाम आई रिपोर्ट में कोरोना के मेरठ में 165 केस मिले। जबकि अब तक उत्तर प्रदेश में 8964 लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है। क़रीब सात महीने बाद एक दिन में कोरोना का आंकड़ा इस स्तर पर पहुंचा है। ज़िलों में कोविड वैक्सीनेशन के काम में तेज़ी लाने और ज़रूरत के हिसाब से अस्पतालों में बेड की उपलब्धता सुनिश्चित करने को स्वास्थ्य विभाग को कहा गया है।