यह भी पढ़ें- Mahashivratri आज जपेंगे शिव के ये मंत्र तो पूरे साल नहीं आएगी कोई विपदा, सभी कष्ट होंगे दूर सुबह शिव का नाम लेकर शिव भक्तों का रेला शिवालयों की ओर उमड़ पड़ा। महाशिवरात्रि पर काली पलटन स्थित बाबा औघड़नाथ मंदिर में सुबह से ही हाथ में गंगाजल और पूजा की थाली लिए शिव भक्तों ने अभिषेक किया। लंबी लाइनों में लगे श्रद्धालु बोल बम, बम-बम के जयकारे लगा रहे थे। सुबह 4 बजे से ही आरती के बाद त्रयोदशी जलाभिषेक शुरू हो गया था। वहीं, बागपत के ऐतिहासिक पुरा महादेव मंदिर में भी हजारों भक्तों ने जलाभिषेक किया।
कांवड़ियों के लिए अलग से व्यवस्था बता दें कि प्रमुख मंदिरों में हरिद्वार से कांवड़ लेकर आए श्रद्धालुओं के लिए अलग से व्यवस्था की गई। बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे हर-हर महादेव के साथ बढ़ते चले जा रहे थे। श्रद्धालुओं ने बेलपत्र, शहद, दूध-दही, धतूरा, कमल के साथ पूजा-अर्चना की। बाबा औघड़नाथ मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित श्रीधर त्रिपाठी ने बताया कि पूरे दिन त्रयोदशी का जलाभिषेक किया जाएगा। कांवड़ियों के लिए जलाभिषेक का यही समय है।
युवतियों ने ली सेल्फी जलाभिषेक करने के बाद युवतियां मंदिर परिसर में सेल्फी लेती नजर आईं। बाबा औघड़नाथ मंदिर से सेना की 17वीं यूनिट में तैनात सैन्य अधिकारियों ने भी सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर के आसपास का जायजा लिया। मंदिर परिसर के बाहर खिलौने और चाट-पकौड़ों ठेले सुबह से ही सज गए हैं। मंदिर के बाहर मेले सरीखा माहौल रहा। मंदिर परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पुलिस, सीआरपीएफ और सेना के हवाले रही।
शहरभर के मंदिरों में तांता सम्राट पैलेस स्थित मां राजराजेश्वरी मंदिर में स्फटिक के शिवलिंग पर काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। सूरजकुंड स्थित बाबा मनोहर नाथ मंदिर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। इसी के साथ ही सदर स्थित पौराणिक महत्व के बिल्वेश्वर महादेव मंदिर, मोहन पुरी स्थित दयालेश्वर महादेव मंदिर, बुढ़ाना गेट स्थित श्री धर्म धर्मेश्वर महादेव मंदिर सहित तमाम शहर में शिव भक्तों ने जलाभिषेक किया।