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हड़ताली बैंककर्मियों ने मोदी के नोटबंदी के फैसले को कहा- घटिया प्लानिंग, लोग इसलिए हुए थे परेशान भााजपा ने कोर्इ कसर नहीं छोड़ी कैराना उपचुनाव के मतदान के दिन तक भाजपा के वरिष्ठ नेताआें ने जिस तरह करीब एक महीने से डेरा डाल रखा था, उससे भाजपा को जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। इसके बाद स्टार प्रचारकों ने रही सही कसर पूरी कर दी थी। इसके बावजूद रालोद, कांग्रेस, सपा आैर बसपा के गठबंधन ने भाजपा के सारे दावों पर सेंध लगा दी। रालोद की उम्मीदवार तबस्सुम हसन की इतनी बड़ी जीत से खुद पार्टी को भी संजीवनी नहीं मिली बल्कि अगले लोक सभा चुनाव के लिए नर्इ राह मिली है। साथ ही गठबंधन की अन्य पार्टियों को भी काफी फायदा मिलने की उम्मीद बतायी जा रही है।
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सूचना मिली थी मकान में गाय बंद होने की, यहां की तलाशी ली गर्इ तो दंग रह गए सभी यह भी किया था भाजपा ने चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा ने अपनी उम्मीदवार मृगांका सिंह के पक्ष में वोट डालने और भाजपा का कैडर वोट अधिक से अधिक संख्या में मतदान स्थल पर पहुंच सके इसके लिए पूरी रणनीति तैयार की थी। भाजपा ने घर से वोट निकालने के लिए बड़े नेताओं के साथ संगठन की ओर से पन्ना प्रमुख और बूथ प्रभारी दोनों की जिम्मेदारी वोटरों को बूथ तक लाकर वोट डलवाने की थी। इसके साथ ही वार्ड प्रभारी की जिम्मेदारी भी तय की गई थी। ये वार्ड प्रभारी अपने-अपने वार्ड में हर एक घंटे में पड़े वोटों की जानकारी कर उसका प्रतिशत लोकसभा चुनाव प्रभारी को देते रहे।