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भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने सपा-बसपा गठबंधन को लेकर दिया बड़ा बयान, कहा- लोक सभा चुनाव का इंतजार, देखें वीडियो शाहिद अखलाक की मजबूत पकड़ मेरठ-हापुड़ लोक सभा सीट पर अगर हाजी याकूब कुरैशी की मुस्लिमों में अच्छी पकड़ मानी जाती है तो पूर्व बसपा सांसद की भी बेहद अच्छी पकड़ बतायी जाती है। शाहिद अखलाक मेरठ के महापौर रहने के साथ-साथ 2004 में मेरठ-हापुड़ लोक सभा सीट से सांसद भी रहे। बसपा ने उन्हें 2009 आैर 2014 में उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया था। दोनों चुनावों में वह भाजपा उम्मीदवार राजेंद्र अग्रवाल के बाद दूसरे स्थान पर रहे थे। पिछले साल पार्टी गुटबाजी का ही नतीजा रहा कि शाहिद को बसपा सुप्रीमो ने निष्कासित कर दिया। अब वह किसी पार्टी में नहीं है। सूत्रों की मानें तो वह अब भी बसपा में आने के लिए वरिष्ठ नेताआें के सम्पर्क में हैं। बताया जा रहा है कि उनके समर्थक उन्हें लोक सभा चुनाव 2019 में चुनाव लड़ने का दबाव डाल रहे हैं, जिसके चलते उन्होंने पार्टी नेताआें से सम्पर्क तेज कर दिया है। एक समय मायावती के खास रहे शाहिद अखलाक की पार्टी में वापसी होती है तो मेरठ-हापुड़ लोक सभा सीट में समीकरण बदल सकते हैं, हालांकि अभी इस बारे में शाहिद ने पत्ते नहीं खोले कि यदि बसपा में वापसी नहीं होती है तो वह किसी पार्टी की आेर रुख करेंगे।