यह भी पढ़ेंः इंजीनियर ने व्हाट्सएप ग्रुप पर डाली अश्लील वीडियो, इसके बाद जो हुआ… अतुल प्रधान का राजनीतिक कॅरियर चैधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ कैंपस की छात्र राजनीति से अपना कॅरियर शुरू करने वाले अतुल प्रधान उस दौरान सपा छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं। उसके बाद से उनकी पहचान सपा नेता के रूप में होने लगी। अखिलेश यादव जब मुख्यमंत्री थे तो अतुल प्रधान ने कस्बा फलावदा में 21 मार्च 2015 को सद्भावना रैली का आयोजन कराया था, इसके वह संयोजक थे। इस रैली में रिकार्डतोड़ समर्थकों की भीड़ पहुंची थी। इस रैली में वेस्ट यूपी के सभी दिग्गज नेता पहुंचे थे। यहां की रैली सफल होने के बाद अखिलेश यादव ने मंच से ही अतुल प्रधान को बड़ा युवा नेता बताकर अपना करीबी होने का अहसास करा दिया था। उसके बाद से अतुल प्रधान की अखिलेश से फोन पर सीधी बातें होने लगी। किसी भी ले पर दोनों में विचार-विमर्श होने लगा है। मौजूदा समय में वेस्ट यूपी में अखिलेश यादव के लिए पार्टी का सबसे खास सिपाही है तो वह अतुल प्रधान है।
यह भी पढ़ेंः पुलिस ने जब मारा छापा तो शराब में मिलाया जा रहा था ये जानलेवा रसायन, मच गया हड़कंप कोई बोलने के तैयार नहीं शुक्रवार को अखिलेश यादव ने प्रदेश, जिला व अन्य प्रकोष्ठों की कार्यकारिणी भंग करने के बाद से सपा नेताओं ने चुप्पी साध ली है, कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है, लेकिन इतनी चर्चा जरूर है कि पार्टी की अंदरूनी राजनीति पर अब विराम लग जाएगा। अखिलेश यादव की लिस्ट के नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। ऐसे में कोई बड़ी जिम्मेदारी पाने वालों में अतुल प्रधान का नाम सबसे उपर चल रहा है।