यह भी पढ़ेंः 415 Days Ago Utkal Express Accident Live: मुजफ्फरनगर के खतौली में उन चीत्कारों की याद आते ही आज भी खड़े हो जाते हैं रोंगटे! एक साल में प्रदेश में ये हो चुके बड़े रेल हादसे प्रदेश के रायबरेली में बुधवार सुबह बड़ा रेल हादसा हुआ। न्यू फरक्का एक्सप्रेस की नौ बोगियां पटरी से उतर गईं। हादसे में 15 लोगों की मौत की खबर है। उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ समय में काफी रेल हादसे हुए हैं, जिन्होंने रेलवे प्रशासन पर सवाल खड़े किए हैं। नवंबर, 2017 में चित्रकूट के पास मानिकपुर में वास्कोडिगामा एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस घटना में ट्रेन के 13 डिब्बे पटरी से उतर गए थे, जबकि 3 लोगों की मौत हुई थी। सितंबर, 2017 महीने में यूपी के सोनभद्र जिले में एक और रेल हादसा हुआ था। शक्तिपुंज एक्सप्रेस के सात डिब्बे पटरी से उतर गए थे। ट्रेन हावड़ा से जबलपुर जा रही थी। अगस्त, 2017 में पुरी से हरिद्वार जा रही कलिंग उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन मुजफ्फरनगर के खतौली रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गई थी। ट्रेन के 14 डिब्बे पटरी से उतरकर अगल-बगल के घरों और एक स्कूल में घुस गए थे इस हादसे में 23 लोगों की मौत हुई थी। खतौली रेल हादसे के होने के पांच दिन के भीतर ही कानपुर और इटावा के बीच औरैया जिले में एक और हादसा हुआ था। दुर्घटना की वजह से ट्रेन के इंजन सहित 10 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। यूपी के ही महोबा में 30 मार्च, 2017 को महाकौशल एक्सप्रेस पटरी से उतरी थी, 50 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
यह भी पढ़ेंः योगी राज में पुलिस का काम कर रही यूपी के इस शहर की जनता, डकैती के बाद एक बदमाश को एेसे पकड़ा पटरियों के टूटने की भी घटनाएं पिछले कुछ समय में हुए इन बड़े हादसों के अलावा कई घटनाएं ऐसी भी थीं, जहां पर पटरियों के टूटने की खबर थी। हालांकि, कोई हादसा नहीं हुआ था। मेरठ में ही अभी महीने भर पहले परतापुर स्टेशन के पास रेल ट्रैक पर लगा करीब तीन फुट पटरी निकालकर कबाड़ी को बेंच दी गई थी। इसी तरह मेरठ के ही पावली स्टेशन के पास ट्रैक से पेड्रोल क्लिप निकाल दी गई थी। इन घटनाआें के बाद भी अब तक रेलवे प्रशासन सतर्क नहीं हुआ है। मेरठ के स्टेशन अधीक्षक आरपी शर्मा ने बताया कि ट्रैकों पर गश्त बढ़ाने के आदेश दिए जा चुके हैं। मुख्यालय से अतिरिक्त सतर्कता के आदेश दिए है। टैक्निकल स्टाफ को भी चेकिंग के निर्देश मिले हैं।