27 मई को किशोरी के अपहरण का मुकदमा दर्ज हुआ था। 14 जून को किशोरी को गंगानगर के एक होटल से बरामद किया गया था। 21 जून को अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता को देहरादून से गिरफ्तार किया था। 26 जुलाई को रमेश चंद्र गुप्ता के खिलाफ आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल किए गए तथा 26 जुलाई को ही अरविंद गुप्ता मारवाड़ी का कोर्ट से वारंट लिया गया। इतना सब होने के बावजूद भी आज तक यह दोनों अभियुक्त/अपराधी पुलिस की पकड़ से बाहर है। उन्होंने कहा कि यह दोनों अपराधी प्रभावशाली व्यक्ति हैं। संजीव गोयल सिक्का उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त है।
वहीं अरविंद गुप्ता मारवाड़ी मेरठ भाजपा महानगर महामंत्री है। यह दोनों कोई आम व्यक्ति नहीं हैं। इन्होंने अपनी राजनीतिक पहुंच का फायदा उठाते हुए दुष्कर्म किया। इनकों पकड़ पाना इतना मुश्किल भी नहीं कि महीनों से पुलिस के हाथ नहीं लग पा रहे हैं। इन दोनों अभियुक्त के खुले घूमने में पुलिस विभाग, जिला प्रशासन व प्रदेश सरकार का पूरा पूरा संरक्षण है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन सुनिश्चित करें अगर मेरठ में पुलिस बल पर्याप्त ना पाए जाने पर पड़ोसी जिले तथा अन्य प्रदेशों की पुलिस को बुलाकर इन अभियुक्तों की तत्काल गिरफ्तारी सुनिश्चित करे ताकि बहन बेटियों की इज्जत को बचाया जा सके।
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