मेरठ। कृषि कानून के विरोध में दिल्ली के बॉर्डर पर चल रहे किसानों के आंदोलन को 100 दिन हो चुके हैं। किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर किसान अपने घरों पर काले झंडे लगाकर और हाथों पर काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराएंगे। इसके साथ ही आज एक्सप्रेस—वे पर 5 घंटे की नाकाबंदी की जाएगी। किसान आंदोलन को फिर से तेज करते हुए दादरी, ग्रेटर नोएडा, डासना और दुहाई में किसान विरोध प्रदर्शन करते हुए जाम लगाएंगे। वहीं एलआईयू को मिले इनपुट के आधार पर पश्चिम उप्र के जिलों में सतर्कता बढ़ा दी गई है। मिले इनपुट से पता चला है कि किसान आंदोलन आने वाले दिनों में और तेजी पकड़ सकता है। इसको लेकर मेरठ, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, सहारनपुर, हापुड, गाजियाबाद,मुरादाबाद, शामली, बुलंदशहर आदि जनपदों में किसानों की हर गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
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बढ़ती गर्मी का नहीं दिख रहा कोई असर :— आंदोलनकारी किसानों के मुताबिक़ गर्मी भले ही बढ़ रही हो लेकिन आंदोलन पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा है। भाकियू के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बताया की सरकार के गलत कानूनों की वजह से किसान आंदोलन करने पर मजबूर हैं। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार ये न समझे कि आंदोलन कमजोर हो रहा है। किसानों के घेर में ट्रैक्टर कूंच करने के लिए तैयार है। हम अपना हक मांग रहे हैं कोई भीख नहीं। यह भी देखें: अवैध रूप से हो रहे भवन निर्माण के दौरान हुआ बड़ा हादसा, यह है मामला किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर अपनी आज की रणनीति के बादे में उन्होंने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर यहां का किसान हर आदेश की पालना करता है। किसान सड़क पर बार्डर पर बैठकर जनसभा करेंगे और विरोध-प्रदर्शन करेंगे और वहीं चोपाई व रागनियां आयोजित की जाएंगी। विरोध-प्रदर्शन की पूरी रूपरेखा तैयार कर ली गई है। गांवों से किसान ट्रैक्टर-ट्रालियों में धरनास्थल पर आएंगे और एक्सप्रेस-वे को 5 घंटे के लिए जाम कर दिया जाएगा।