जानिए पूरा मामला
पत्र के अनुसार तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक रमेश सिंह ने संस्कृत विद्यालयों और उससे जुड़े प्राथमिक विद्यालयों में अनवरत और अनियमितरूप से फर्जी नियुक्तियों का अनुमोदन किया और प्रबंधकों और प्रधानाचार्यों की मिली भगत से उच्च न्यायालय में वेतन भुगतान के लिए याचिकाएं योजित कराते रहे।निलंबन की अवधि के दौरान रमेश सिंह को शिक्षा निदेशालय माध्यमिक प्रयागराज से संबद्ध कर दिया गया है।