रमेश सिंह इस समय मऊ जिले में जिला विद्यालय निरीक्षक के पद पर कार्यरत थे। इस संबंध में शासन द्वारा पत्र शुक्रवार को जारी कर दिया गया। पत्र के अनुसार बलिया जिले के तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक ने अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में अनियमित रूप से नियुक्त 61 शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को अनियमित रूप से वेतन भुगतान किया। इस अनियमित भुगतान से राजकोष पर अनावश्यक और अतिरिक्त भार पड़ा।
इसके साथ ही इनको 23 फरवरी और 29 फरवरी को पत्र जारी कर वांछित अभिलेख व स्पष्टीकरण मांगा गया,परंतु बार बार कहने के बाद भी इन्होने आदेश की अवहेलना की। सुनवाई के दौरान वह उपस्थित भी नहीं हुए।
जानिए पूरा मामला
पत्र के अनुसार तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक रमेश सिंह ने संस्कृत विद्यालयों और उससे जुड़े प्राथमिक विद्यालयों में अनवरत और अनियमितरूप से फर्जी नियुक्तियों का अनुमोदन किया और प्रबंधकों और प्रधानाचार्यों की मिली भगत से उच्च न्यायालय में वेतन भुगतान के लिए याचिकाएं योजित कराते रहे। उन्होंने कोर्ट के आदेश का प्रतिवाद भी नहीं किया और आदेशों का सहारा ले कर वेतन भुगतान करवाते रहे। जेडी की आख्या के अनुसार रमेश सिंह द्वारा 27 अध्यापकों और कर्मचारियों का अनियमित भुगतान किया गया।
निलंबन की अवधि के दौरान रमेश सिंह को शिक्षा निदेशालय माध्यमिक प्रयागराज से संबद्ध कर दिया गया है।
निलंबन की अवधि के दौरान रमेश सिंह को शिक्षा निदेशालय माध्यमिक प्रयागराज से संबद्ध कर दिया गया है।