मनरेगा लोकपाल विनीता पांडेय ग्राम प्रधान मुस्कुरा के खिलाफ जांच करने मौके पर पहुंचीं। उन्होंने खुद यह पाया कि मजदूरों के पास जॉब कार्ड है ही नहीं। कई मजदूरों ने बताया कि वह बस दो-तीन घंटे ही काम करने जाते हैं। हालांकि, शिकायतकर्ता का दावा है कि मजदूरों को बस फोटोशूट के लिए बुलाया जाता है। कुछ गिने-चुने लोग ही हर एक साइट पर मौजूद रहते हैं। विनीता पांडे ने मुस्कुरा ग्राम प्रधान को फटकार लगाते हुए कहा कि आखिर मनरेगा मजदूरों के पास जॉब कार्ड क्यों नहीं है। बिना जॉब कार्ड के वे काम कैसे कर रहे हैं और उनके खाते में पैसा कैसे भेजा जा रहा है।
लोकपाल ने जब जेसीबी से कार्य कराने को लेकर ग्राम प्रधान से सवाल किया तो उनका कहना था कि मुझे कुछ पता ही नहीं है। यह बात सुनकर विनीता पांडे काफी भड़क गईं और कहा कि पोखरी की खुदाई मजदूरों से होना चाहिए। मनरेगा के कार्य जेसीबी से कतई नहीं करवा सकते हैं।