प्रमुख मंदिरों, तीर्थ स्थलों के होंगे दर्शन मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाले उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद की तरफ आयोजित बैठक में यमुना में ट्रैफिक संचालन के लिए बनाए गए प्लान पर मंथन किया गया। इस दौरान परिषद के उपाध्यक्ष शैलजा कांत मिश्रा की अध्यक्षता में क्रूज स्टीमर के लिए बनाई गई योजना का प्रजेंटेशन भी देखा गया। जिसमें बताया गया कि वृंदावन से यमुना नदी में गोकुल बैराज होते हुए गोकुल तक बड़े और छोटे क्रूज़ टाइप स्टीमर का संचालन किया जाएगा। क्रूज में बैठकर श्रद्धालु यहां के प्रमुख मंदिरों, तीर्थ स्थलों के दर्शन कर सकेंगे।
यह भी पढ़े – यूपी में रहने वालों के लिए खुशखबरी, इन आठ शहरों के लिए शुरू होंगी सस्ती उड़ानें ट्रैफिक संचालन के लिए बनेगी डीपीआर बता दें कि क्रूज स्टीमर श्रद्धालुओं को वृंदावन के जुगल घाट, केसी घाट, देवराह बाबा घाट ,पानी गांव मोड़, मथुरा में कंस किला, विश्राम घाट, ध्रुव घाट के पास नए पुल और गोकुल बैराज, वासुदेव वाटिका गोकुल तक लेकर जाएगी। इसके जरिए श्रद्धालु इन प्रमुख स्थलों का सुगमता से दर्शन करेंगे। वहीं योजना को साकार करने के लिए वाप्कोस लिमिटेड कंपनी यमुना में ट्रैफिक संचालन के लिए डीपीआर बनाने में जुट गई है।
अक्टूबर, 2023 तक क्रूज का संचालन परिषद के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नगेंद्र प्रताप ने योजना पर बात करते हुए बताया कि अगले साल 2023 के अक्टूबर तक यमुना नदी में क्रूज स्टीमर का संचालन होना शुरू हो जाएगा। इसके लिए सौ–सौ यात्रियों की क्षमता वाले दो बड़े क्रूज़ भारत सरकार उपलब्ध कराएगी। जिन्हें पीपीपी मोड व्यवस्था के अनुसार संचालित किया जाएगा। इस दौरान बैठक में जिलाधिकारी पुलकित खरे, नगर निगम आयुक्त अनुनय झा, मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीणा आदि अधिकारी मौजूद रहे।