5 क्विंटल पंचामृत से अभिषेक हुआ
रात 12 बजे कान्हा का जन्म होने के बाद उनकी प्रतिमा को गर्भगृह से बाहर लाया गया, कामधेनु गाय से दुग्धाभिषेक हुआ। इसके बाद, 5 क्विंटल पंचामृत से श्रीकृष्ण का अभिषेक किया गया। इस दौरान पूरा जन्मस्थान कान्हा के नाम से गुंज उठा। शृंगार आरती के बाद मंदिर के पट बंद कर दिए गए। यह भी पढ़ें