कोरोना वायरस का असर
कोरोना वायरस संक्रमण का प्रकोप गहराता जा रहा है। पिछले 24 घंटों में देशभर में कोरोना संक्रमण के 62,714 नए मामलों की पुष्टि हुई है। इससे पहले इतनी बड़ी संख्या में पिछले साल 16 अक्टूबर को मामले दर्ज हुए थे। केंद्रीय स्वास्थ मंत्रालय की रविवार की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक देश में कोरोनावायरस संक्रमण के कुल 1,19,71,624 मामले दर्ज हुए हैं। वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रतिबंधात्मक उपाय जगह-जगह किए जा रहे हैं। चालू वित्त वर्ष 2020-21 की समाप्ति को लेकर भी कारोबारी रुझान मंद रह सकता है।
बांड बाजार पर भी रहेगी नजर
हालांकि विदेशी बाजारों से मिलने वाले संकेतों से घरेलू शेयर बाजार की चाल तय होगी। खासतौर से अमेरिकी बांड बाजार रुखों से एशियाई शेयर बाजारों को दिशा मिलेगी क्योंकि बांड यील्ड में इजाफा होने से विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) अपने पैसे भारत जैसे उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं के बाजार से निकालना चाहेंगे जिससे बिकवाली का दबाव बना रह सकता है। अगले महीने के आरंभ से ही ऑटो कंपनियां मार्च महीने की अपनी बिक्री के आंकड़े जारी करेंगी जिन पर निवेशकों की नजर बनी रहेगी। वहीं, बुधवार को देश के इन्फ्रास्ट्रक्चर आउटपुट के फरवरी महीने के आंकड़े जारी होंगे।
आएंगे आर्थिक आंकड़ें
घरेलू शेयर बाजार की चाल तय करने में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले देसी करेंसी रुपये की चाल और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव की भी अहम भूमिका होगी। वहीं, विदेशों में सप्ताह के दौरान जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों का भी असर वैश्विक बाजारों पर देखने को मिलेगा। अमेरिका में मार्केट मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई के मार्च महीने के आंकड़े जारी होंगे और इसी दिन चीन में भी कैक्सिन मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई के मार्च महीने के आंकड़े जारी होंगे। साथ ही, यूरो एरिया मार्किट मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई के मार्च महीने के आंकडे भी बुधवार को ही जारी होंगे।