नौ केंद्रों में 1,369 लोगों पर सर्वे –
सर्वे में जीवन बीमा पसंदीदा वित्तीय उत्पाद बनकर उभरा है। ज्यादातर उपभोक्ता अगले छह माह के दौरान जीवन बीमा उत्पाद खरीदने की योजना बना रहे हैं। यह सर्वे नौ केंद्रों में 1,369 लोगों पर किया गया। सर्वे से यह तथ्य सामने आया है कि महामारी के दौरान 51 फीसदी लोगों ने बीमा में निवेश किया। वहीं 48 फीसदी लोगों ने स्वास्थ्य से संबंधित बीमा समाधान में पैसा लगाया। यह अन्य वित्तीय संपत्ति वर्ग की तुलना में कही अधिक है।
बीमा को लेकर सकारात्मक बदलाव-
सर्वे में शामिल 50 फीसदी लोगों का कहना था कि महामारी के दौरान जीवन बीमा को लेकर उनके विचार में सकारात्मक बदलाव आया है। 49 फीसदी ने कहा कि वे अगले छह माह के दौरान जीवन बीमा कवर में निवेश करना चाहेंगे। वहीं 40 फीसदी ने स्वास्थ्य बीमा में निवेश का इरादा जताया। सर्वे में यह तथ्य भी सामने आया कि महामारी के दौरान 30 फीसदी लोगों ने पहली बार जीवन बीमा में निवेश किया। वहीं 26 फीसदी लोगों ने पहली बार स्वास्थ्य सबंधी बीमा समाधान में निवेश किया।
सबसे बड़ी चिंता आर्थिक सुस्ती-
चिकित्सा को लेकर आपात स्थिति तथा इलाज के खर्च को लेकर वित्तीय सुरक्षा लोगों की प्रमुख प्राथमिकता है। 62 फीसदी ने सर्वे में इसका उल्लेख किया। वहीं 84 फीसदी ने कहा कि वे कोरोना वायरस की वजह से खुद के तथा परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। 61 फीसदी का कहना था कि वे अपने परिवार को लेकर चिंतित हैं और इस समय उनकी सबसे बड़ी चिंता आर्थिक सुस्ती है। बीमा से न केवल परिवारों को वित्तीय सुरक्षा मिलती है, बल्कि आपात चिकित्सा खर्च को लेकर भी उनकी चिंता काफी हद तक दूर होती है।