आजकल हर एंप्लॉइज से आप लर्निंग के लिए क्लासेज की उम्मीद नहीं कर सकते। इसके बजाय साझा ब्रेन स्टॉर्मिंग में शामिल होकर लोग ज्यादा सीखते हैं। लर्निंग टारगेट
वर्कप्लेस पर आ जाने के बाद वहां काम करने के लिए कई स्किल्स सीखने भी पड़ते हैं। इन स्किल्स को आप एंप्लॉइज के समक्ष स्पष्ट तौर पर बयां कर सकते हैं।
अपने एंप्लॉइज में लर्निंग के खास स्किल्स विकसित करके प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए आपको हर स्किल के मास्टर को उनके सामने लेकर आना होगा। उन्हें दिखाइए कि जिस क्षेत्र के स्किल उन्हें सीखने हैं, ये लोग उसके मास्टर हैं। उनके काम करने के तौर-तरीके इन एंप्लॉइज को बताइए। अपनी-अपनी रुचि के हिसाब से लोग इनसे प्रेरणा और टिप्स ले सकते हैं।