काम के दौरान सिर में घुसी थी सरिया, मुंबई से लाते समय हुई मौत
मृतक के पिता रामानंद के अनुसार, महेंद्र डेढ़ माह पूर्व ही मुंबई में काम करने गया था। 18 सितंबर को काम करते समय उसके सिर में सरिया घुस गई, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया था। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया था, लेकिन स्थिति गंभीर होने के चलते मालिक ने उसे एम्बुलेंस से घर भेजने की व्यवस्था की। महेंद्र के बड़े भाई और एक अन्य युवक उसे एम्बुलेंस से घर लाए, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
चिता पर रखी रही लाश, साढ़े चार लाख जब मिले तब लगी आग
शव के गांव पहुंचने पर परिजनों और ग्रामीणों ने साथ आए युवक को बंधक बना लिया और मुआवजे की मांग की। रविवार को रोहिन नदी के किनारे बड़हरा लाल पुल के पास महेंद्र का शव चिता पर रख दिया गया, लेकिन तब तक अंतिम संस्कार नहीं किया गया जब तक कि मुंबई स्थित शटरिंग मालिक से मुआवजे की रकम नहीं मिली। चर्चा है कि शटरिंग मालिक ने मृतक की पत्नी के खाते में साढ़े चार लाख रुपये मुआवजे के रूप में भेजे, तब जाकर युवक को छोड़ा गया और शव का अंतिम संस्कार किया गया।