महासमुंद

डेंगू नहीं.. अब डायरिया से भी हो रही मौत, इतने तक पहुंचे मरीजों के आंकड़े, जानिए कैसे करें अपना बचाव

Health News : ग्राम पंचायत बनोभांटा के आश्रित ग्राम कापूकुंडा में डायरिया का प्रकोप देखा जा रहा है।

महासमुंदSep 08, 2023 / 02:30 pm

Kanakdurga jha

डेंगू नहीं.. अब डायरिया से भी हो रही मौत, इतने तक पहुंचे मरीजों के आंकड़े, जानिए कैसे करें अपना बचाव

महासमुंद। Health News : ग्राम पंचायत बनोभांटा के आश्रित ग्राम कापूकुंडा में डायरिया का प्रकोप देखा जा रहा है। गांव में अभी तक 10 से अधिक लोग इसके शिकार हो चुके हैं। बुधवार की रात डायरिया से पीड़ित एक व्यक्ति को गंभीर हालत में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था। इलाज के दौरान 7 सितंबर को उसकी मौत हो गई। डायरिया से पीड़ित गांव के 7 मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक साथ एक ही गांव से भारी संख्या में डायरिया के मरीज पाए जाने से स्वास्थ्य विभाग द्वारा कैंप भी लगाया गया है। लोगों का इलाज किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें : कृष्ण जन्माष्टमी : श्रद्धा के साथ भगवान का जन्मोत्सव मनाया, शहर के ज्यादातर इलाकों में मटकी फोड़ आज

मौसम के करवट बदलते ही ग्रामीण अंचलों में उल्टी-दस्त (डायरिया) के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। अभी तक सबसे अधिक ग्राम कापुकूंडा में डायरिया का मामला सामने आया है। 10 से 12 व्यक्ति डायरिया से पीड़ित पाए गए हैं। बुधवार की रात डायरिया से पीड़ित नारायण पिता नेहरू बरिहा (38) को गंभीर हालत में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इलाज के लिए लाया गया था। इलाज के दौरान अस्पताल में उसकी मौत हो गई। इसके अलावा इस गांव से सात अन्य संक्रमित मरीज को भी अस्पताल में गुरुवार को भर्ती किया गया है। फिलहाल, उनकी हालत स्थिर है।
यह भी पढ़ें : शिक्षक भर्ती परीक्षा 2023 : ऑनलाइन काउंसिलिंग का दूसरा चरण आज से शुरू, 2 हजार 489 पदों पर होगी भर्ती, व्यापम ने दिया ये निर्देश

अस्पताल में भर्ती पीड़ित मरीजों में मधु कलेत पिता साजन कलेत (55), रामेश्वर विभार पिता रामधर (50), शशि विभार पिता भुनेश्वर (60), वीरेंद्र विभार पिता रामेश्वर (50), भुवनेश्वर पिता रायधर (60), सोनावती, आनंदी बारिक आदि शामिल हैं। उक्त मरीजों के परिजनों ने बताया कि उनके द्वारा पंचायत के सार्वजनिक नलकूप के पानी का उपयोग किया जाता है। यह नलकूप एक गड्ढे में हैं। बारिश होते ही गंदा पानी नलकूप के अंदर जाता है। आशंका जताई जा रही है कि बोर के दूषित पानी पीने से लोग डायरिया के शिकार हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में सबसे पहले सप्ताह दिन पूर्व एक लड़के को उल्टी-दस्त की शिकायत हुई। इसके बाद गांव में डायरिया के पीड़ित बढ़ते गए।
यह भी पढ़ें : रायपुर एयर होस्टेस मर्डर के आरोपी ने की आत्महत्या ! पैंट को बनाया फंदा, लॉकअप में मिली लाश

अभी तक 10 से अधिक मरीज गांव में सामने आ चुके हैं। मृतक के घर से अन्य पीड़ित लोगों की घर की दूरी 100 से 200 मीटर के दायरे में होने की बात कही जा रही है। मृतक व उसके परिवार द्वारा भी उसी नलकूप के पानी पीने की बात कही। बता दें कि सरायपाली विकासखंड के विभिन्न गांव से कुछ दिनों से डायरिया के मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। अस्पताल से मिली जानकारी अनुसार ग्राम किसड़ी से डायरिया से पीड़ित दीपांजलि नाम की एक महिला को रात में अस्पताल लेकर आए थे। जिसकी स्थिति ज्यादा खराब होने के कारण उसे रेफर किया गया है।
यह भी पढ़ें : शातिर चोर आए पुलिस के हत्थे, साइबर सेल की मदद से 35 लाख कीमत की मोबाइल बरामद, देखें video

खान-पान में सावधानी रखना आवश्यक
खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. एचएल जांगड़े ने बताया कि एक ही गांव से गुरुवार को 7 मरीज इलाज के लिए अस्पताल पहुंचने के बाद कापुकुंडा गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाया गया है। गांव में मुनादी करवा कर डायरिया के लक्षण दिखने वालों को आवश्यक दवाई दी जाएगी और उसे बचने आवश्यक उपाय बताए जाएंगे।
यह भी पढ़ें : गर्भवती बहु को नहीं मिली एम्बुलेंस, प्रसव के बाद नवजात बच्चे की मौत… सास ने भी तोड़ा दम

डॉ. प्रीतामिनी नायक ने बताया कि कुछ दिनों से विभिन्न गांव से डायरिया के मरीज आ रहे हैं, लेकिन एक साथ अधिक संख्या में कापुकुंडा से 7 सितंबर को सात मरीज आए हैं। साफ-सफाई का ध्यान ना रखना, दूषित पानी का उपयोग, बासी भोजन खाना, खान-पान में सावधानी न बरतने से यह बीमारी होती है। इस बीमारी से बचने के लिए गर्म भोजन, साफ-सफाई का ध्यान रखने, शुद्ध जल का उपयोग करने की बात कही गई।

Hindi News / Mahasamund / डेंगू नहीं.. अब डायरिया से भी हो रही मौत, इतने तक पहुंचे मरीजों के आंकड़े, जानिए कैसे करें अपना बचाव

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.