बच्ची के पिता नेतराम धीवर ने बताया कि 29 अगस्त को बेटी की तबीयत बिगड़ने पर शाम सात बजे भोरिंग के नवजीवन क्लीनिक लेकर गया था। वहां बताया गया कि दस्त के कारण पानी की कमी है और ग्लूकोज चढ़ाने की आवश्यकता बताई।
ग्लूकोज चढ़ाते ही बच्ची का शरीर ठंडा पड़ गया
क्लीनिक से अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई है। तत्काल ही पुत्री को नवजीवन अस्पताल भर्ती कर दिया। इस दौरान बच्ची बात कर रही थी। जैसे ही स्टाफ ने बोतल चढ़ाया, बच्ची छटपटाने लगी। इसके बाद वह अचेत हो गई। स्टाफ एक्स-रे करने लगे, उस दौरान बच्ची का शरीर ठंडा पड़ गया था। इसके (CG Crime News) बाद अस्पताल के स्टाफ ने सामुदायिक केंद्र ले जाने की सलाह दी। सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों ने मौत होने की जानकारी दी। वहां बच्ची की मौत अस्पताल के स्टाफ की लापरवाही व गलत उपचार के कारण हुई है।CG Crime News: तुमगांव थाने में मामला दर्ज
उन्होंने नवजीवन अस्पताल प्रबंधन व स्टाफ पर एफआईआर दर्ज करने की मांग तुमगांव थाना प्रभारी से की है। तुमगांव थाना प्रभारी ने बताया कि बच्ची को दफना दिया गया था, उसे फिर से निकालकर पीएम कराया गया है और शव फिर से परिजनों को दे दिया गया है। मर्ग कायम कर जांच की जा रही है। यह भी पढ़ें