पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) के पूर्व विधायक बलदेव कुमार को अपने परिवार समेत जान बचाकर भारत में आना पड़ा है। उन्होंने भारत में राजनीतिक शरण की मांग की है। बलदेव खैबर पख्तून ख्वा (केपीके) विधानसभा में बारीकोट (आरक्षित) सीट से विधायक रहे हैं। बलदेव (43) पिछले महीने खन्ना (लुधियाना) पहुंचे। इसके कुछ महीने पहले उन्होंने अपने परिवार को पहले ही यहां भेज दिया था।
बलदेव अब पाकिस्तान वापस नहीं लौटना चाहते। वह अपने परिवार के साथ भारत में जीवन गुजारना चाहते हैं। पाकिस्तान में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के बारे में वह बताते हैं अल्पसंख्यकोंं पर पाकिस्तान में अत्याचार हो रहे हैं। पाकिस्तान के मुसलमान हिंदुओं का पानी तक पीना मुनासिब नहीं समझते। जो भी हिंदू या सिख राजनीतिक तौर पर ऊंचा उठने की कोशिश करता है उसे किसी ना किसी चक्कर में फंसा कर नीचे गिरा दिया जाता है। यही उनके साथ हुआ साल 2016 में उनके विधानसभा क्षेत्र के सिटिंग विधायक की हत्या कर दी गई थी। उनकी हत्या के लिए उन पर झूठे आरोप लगाए गए और उन्हें दो साल जेल में रखा गया। वह इस मामले में 2018 में बरी हुए। बलदेव कुमार तीन महीने के वीजा पर 12 अगस्त को भारत पहुंचे हैं। उन्होंने अटारी बार्डर से पैदल भारत में प्रवेश किया। अब वे वापस नहीं लौटना चाहते और भारत में ही राजनीतिक शरण लेकर रहना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ‘पाकिस्तान में हिंदू तो क्या मुसलमान भी असुरक्षित है।’