हमारा राज्य कांग्रेस और ‘आप’ के हमले का शिकार
बादल ने उन सभी अकाली नेताओं से भी अपील की, जो किसी न किसी बहाने से अपनी मूल पार्टी से अलग हो गए। उन्होंने उनसे अपनी मां पार्टी में वापिस आने की अपील की है। उन्होंने कहा, ‘‘ हमारा राज्य कांग्रेस और ‘आप’के हमले का शिकार है, ये दोनों वर्तमान दुर्दशा के लिए संयुक्त रूप से जिम्मेदार है। पंजाब को शीर्ष पर लेकर जाने के लिए हमें उनके नापाक गठबंधन को हराना होगा’’।
उन्होंने कहा कि अकाली दल कस एकमात्र मकसद पंजाबियों की भलाई करना और उनके अधिकारों को सुरक्षित कर राज्य को आगे लेकर जाना है। उन्होंने कहा, ‘‘ यह सरदार परकाश सिंह बादल को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।’’
असली चेहरे पहचानने का भी आग्रह
उन्होंने लोगों से कांग्रेस और ‘आप’ पार्टी दोनों के असली चेहरे पहचानने का भी आग्रह करते हुए कहा,“ कांग्रेस ने 1984 में दिल्ली और देशभर में सिखों के कत्लेआम को प्रायोजित करने के अलावा श्री दरबार साहिब पर टैंकों और तोपों से हमला किया था।
इसी तरह ‘आप’ सरकार ने सुल्तानपुर लोधी में गुरुद्वारा अकाल बुंगा साहिब पर शांतिपूर्ण ढ़ंग से पाठ कर रही संगत पर गोलियां चलवाई। दोनो पार्टियां पंजाब विरोधी हैं और अकाली दल को कमजोर करने के लिए उन्होंने एक दूसरे से हाथ मिलाया है, क्योंकि वे जानते हैं कि एकमात्र अकाली दल ही उनके नापाक मकसद को हासिल करने की राह में रोड़ा अटका रहा है।”
भगवंत मान गृहमंत्री के रूप में नाकाम रहे हैं
मुख्यमंत्री भगवंत मान के बारे में सीधा बोलते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ आप उस मुख्यमंत्री पर कैसे भरोसा कर सकते हैं, जिसे नशे में होने के कारण फै्रंकफर्ट जहाज से उतार दिया गया था।
भगवंत मान गृहमंत्री के रूप में नाकाम रहे हैं, क्योंकि वह अपने विधायकों को ड्रग तस्करों से मासिक राशि लेने से रोकने में नाकाम रहे हैं, जो पुलिस को ड्रग किंग पिन के खिलाफ कार्रवाई करने से रोक रहे हैं उन्होने यह भी बताया कि कैसे राज्य का उद्योग उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की ओर पलायन कर रहा है, क्योंकि मुख्यमंत्री राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने में विफल रहे हैं।”
वोट दर्ज कराने की अपील
एसजीपीसी अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने सिख समुदाय से आग्रह किया कि वे अपने बीच के गद्दारों को पहचाने जो पंथ में एकता बनने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ श्री अकाल तख्त साहिब पर सुखबीर सिंह बादल की स्पष्ट दिल से माफी से ऐसी नापाक ताकतें परेशान हो गई हैं उन्होने संगत से पंथ को मजबूत करने के लिए आगामी एसजीपीसी चुनावों में अपना वोट दर्ज कराने की अपील की है।”