मुख्यमंत्री योगी ने कहा, “स्वतंत्र भारत के इतिहास में 28 मई की तिथी एक गौरवशाली दिन के रूप में दर्ज़ होने जा रही है। इस दिन प्रधानमंत्री मोदी भारत के लोकतंत्र की प्रतीक भारत वासियों को नई संसद भेंट करेंगे। इस ऐतिहासिक अवसर को गरिमामय और गौरवशाली बनाने की बजाए, कांग्रेस समेत विपक्षी दलों द्वारा जिस तरह की बयानबाजी हो रही है वह अत्यंत दुखद, गैर जिम्मेदाराना और लोकतंत्र को कमज़ोर करने वाला है।”
सभी दलों को लोकतंत्र को मजबूत करना चाहिए: योगीनई संसद भवन अगले 100 वर्ष को ध्यान में रखकर अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ तैयार की गई है। इस मौके पर भी सभी दलों को शामिल होकर देश के लोकतंत्र को मजबूत करना चाहिए।
बता दें कि नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं। जबकि विपक्ष का कहना है कि भवन का उद्धाटन राष्ट्रपति को करना चाहिए। उन्हें आमंत्रित ही नहीं किया गया है। यह राष्ट्रपति पद का अपमान करने वाला है। इसे लेकर देश की 19 पार्टियों ने उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार किया है।