जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव- 67 सीटों पर बीजेपी और 5 पर जीती सपा, कांग्रेस का सूपड़ा साफ
Zila Panchayat Adhyaksh Chunav में सपा भले ही इटावा और आजमगढ़ बचाने में सफल रही है, लेकिन मैनपुरी, रामपुर, बदायूं, औरैया और फिरोजाबाद में मिली हार पार्टी को कचोटने वाली है। खासकर मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) का गढ़ कहे जाने वाले मैनपुरी में ‘बागी’ सपाई ही पार्टी प्रत्याशी के हार का कारण बने। तीन दशक से यहां जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर सपा का ही कब्जा था, लेकिन इस बार यहां कमल खिला। जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में सपा के 13, भाजपा के आठ, निर्दलीय आठ और कांग्रेस समर्थित एक प्रत्याशी को जीत मिली थी। निर्दलीयों में भी अधिकतर सपा के बागी थे। लेकिन, सपा के कमजोर प्रबंधन और बागियों के चलते यह सीट सपा के हाथ से निकल गई। मुलायम के घर में ही सेंध लगाते हुए बीजेपी ने उनकी भतीजी संध्या यादव को जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ाया जो पिछली बार सपा से जिला पंचायत अध्यक्ष थीं। नाराज अखिलेश यादव ने नामांकन के बाद ही 11 जिला पंचायत अध्यक्षों को बर्खास्त कर दिया था, जल्द ही कई और जिलों के सपा नेताओं पर गाज गिर सकती है।