उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पिछले कई महीनों से 69,000 शिक्षक भर्ती को लेकर अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे हैं। अभ्यर्थी इसमें 22,000 हजार सीटों को जोड़ने की मांग को लेकर 1090 चौराहे से मुख्यमंत्री आवास तक कैंडल मार्च निकाल रहे थे। पुलिस ने सभी अभ्यर्थियों को रास्ते में रोकने की कोशिश की, नहीं मानने पर पुलिस ने अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज कर दिया। लाठीचार्ज का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
वरुण गांधी ने पूछा- भर्तियां क्यों नहीं? पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी पिछले कुछ दिनों ने रोजगार को लेकर भाजपा सरकार पर हमलावर बने हुए हैं। यूपीटेट पेपर लीक परीक्षा के बाद उन्होंने 69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज को लेकर कटाक्ष किया है। उन्होंने लाठीचार्ज को लेकर ट्विटर पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा, ‘ये बच्चे भी मां भारती के लाल हैं, इनकी बात मानना तो दूर, कोई सुनने को तैयार नहीं है। इस पर भी इनके ऊपर ये बर्बर लाठीचार्ज। अपने दिल पर हाथ रखकर सोचिए क्या ये आपके बच्चे होते तो इनके साथ यही व्यवहार होता?? आपके पास रिक्तियां भी हैं और योग्य अभ्यर्थी भी, तो भर्तियां क्यों नहीं??’
विपक्ष ने भी घेरा लाठीचार्ज को लेकर प्रदेश की योगी सरकार विपक्ष के भी निशाने पर है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘उप्र के युवा हाथों में मोमबत्तियों का उजाला लेकर आवाज उठा रहे थे कि “रोजगार दो”। लेकिन, अंधेरगर्दी की पर्याय बन चुकी योगी जी की सरकार ने उन युवाओं को लाठियां दीं। युवा साथियों, ये कितनी भी लाठियां चलाएं, रोजगार के हक की लड़ाई की लौ बुझने मत देना। मैं इस लड़ाई में आपके साथ हूं।’
इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, ‘भाजपा के राज में भावी शिक्षकों पर लाठीचार्ज करके ‘विश्व गुरु’ बनने का मार्ग प्रशस्त किया जा रहा है। हम 69000 शिक्षक भर्ती की माँगों के साथ हैं। युवा कहे आज का ~ नहीं चाहिए भाजपा।’