पार्क की स्थापना से बढ़ेगा रोजगार सीएम ने कहा कि प्रदेश में सूक्ष्, लघु और मध्यम उद्यमों की इकाइयां और संस्थान हैं। प्रदेश में सीडीआरआई, एनबीआरआई, सीमैप, आईटीआरसी, आईआईटी कानपुर और वाराणसी, एम्स, केजीएमयू, आईएमएस-बीएचयू जैसे उत्कृष्ट संस्थान हैं। इनकी क्षमताओं का ज्यादा से ज्यादा उपयोग किया जाना चाहिए। जो कि वर्तमान में नहीं हो रहा है। सीएम ने कहा कि फार्मा पार्क और फार्मा डिवाइस पार्क से इन्हें जोड़ने का प्रयास किया जाना चाहिए। फार्मा आदि पार्कों की स्थापना से प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इससे अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
पूर्व की नीतियों में संशोधन मुख्यमंत्री ने निवेश पर भी जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पूंजी निवेशकों और उद्यमियों को आकर्षित करने के लिए आवश्यकतानुसार पूर्व की नीतियों में संशोधन किए जाएं। इसके लिए विशेषज्ञों से सुझाव लिया जा सकता है।
राजस्व विभाग के पास 1.66 लाख एकड़ का लैंड बैंक राजस्व विभाग के पास 1.66 लाख एकड़ का लैंड बैंक है। यह जमीन प्रदेश के नौ जलवायु क्षेत्रों में है। जरूरत के अनुसार सरकार निवेश करने वाली कंपनियों को स्किल डेवलपमेंट इंसेटिव और अन्य रियायतें भी देगी।
बुंदेलखण्ड में फार्मा पार्क की स्थापना मार्च में केंद्र सरकार ने देश में कुछ फार्मा और चिकित्सकीय उपकरणों के लिए पार्क बनाने की घोषणा की थी। जिन राज्यों में ये पार्क बनेंगे उनको केंद्र की ओर से कई रियायतें दी जाएंगी। इनमें से एक पार्क यूपी को मिले, इस संबंध में मुख्यमंत्री सीएम केंद्र सरकार को पत्र भी लिख चुके हैं। शनिवार की बैठक में सीएम योगी ने कहा कि केंद्र सरकार विशेष आर्थिक पैकेज घोषित किया है।
केंद्र सरकार द्वारा घोषित किए गए विशेष आर्थिक पैकेज व सम्बन्धित नीतियों को ध्यान में रखकर ही प्रस्ताव दिए जाने चाहिए। उन्होंने बुन्देलखण्ड क्षेत्र में भी फार्मा पार्क की स्थापना के बारे में विचार किए जाने की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 व अन्य रोगों के दृष्टिगत दवाइयों और चिकित्सा उपकरणों की मांग तेजी से बढ़ी है। ऐसे में राज्य को फार्मा और चिकित्सा उपकरण पार्कों की स्थापना के लिए तेजी से तैयारी करनी होगी।