बता दें कि यूपी बोर्ड के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 24 अप्रैल से 12 मई तक होनी थी। हालांकि अब पंचायत चुनावों के मद्देनजर इन तारीखों का आगे बढ़ाया जाना तय माना जा रहा है। हाईकोर्ट के नई आरक्षण नीति को खारिज करने के बाद त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए पुराने आधार पर ही आरक्षण तय हुआ है। अधिसूचना जारी होने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग 30 अप्रैल तक मतदान की प्रक्रिया पूरी कर 3-4 मई में मतगणना करा सकता है। ऐसे में 24 अप्रैल से परीक्षाओं की शुरुआत कराना संभव नजर नहीं आ रहा है।
पंचायत चुनाव के बाद ही यूपी बोर्ड परीक्षा उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा है कि पंचायत चुनावों के बाद ही यूपी बोर्ड की परीक्षाएं आयोजित कराई जाएंगी। बोर्ड परीक्षाओं की नई तारीखें पंचायत चुनावों की मतगणना की तारीख के मुताबिक ही तय की जाएंगी। पंचायत चुनाव कराने के लिए 42 दिन का कार्यक्रम बनाया गया था जो कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद अब आगे खिसक गया है और ये मई के शुरुआती हफ्ते तक चल सकता है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की तरफ से भी सुझाव आया है कि परीक्षाओं को टाल दिया जाए।