पकड़े गए आरोपियों का नाम उमर और जहांगीर है। पूछताछ में बताया कि इन लोगों ने धन का लालच देकर अब तक एक हजार से अधिक लोगों का मतांतरण करवाया है। यह मूक-बधिर बच्चों और महिलाओं को टारगेट करते थे। इनमें से कई महिलाओं की मतांतरण के बाद जहरन शादी भी करा दी। इस काम के लिए एक पूरा गिरोह सक्रिय है।
कई राज्यों में सक्रिय है गिरोह मंतातरण कराने वाले लोगों का रैकेट कई राज्यों में सक्रिय है। इन्होंने वाराणसी, कानपुर, मथुरा समेत कई जिलों में मूक-बधिर बच्चों और महिलाओं को शिकार बनाया है। कानपुर के एक बच्चे को तो दक्षिण भारत के किसी शहर में ले जाया गया है। उसके बारे में एसटीएफ पता लगा रही है। पकड़े गए मौलाना जहांगीर और उमर गौतम लखनऊ के बड़े मुस्लिम संस्थान से जुड़े हैं। दोनों मौलाना का दावा है कि यह तो इस्लामिक सेंटर के नाम से संस्था चलाते हैं। दोनों मौलाना नोएडा डेफ सोसायटी में संचालित मूक बधिर स्कूल के छात्र-छात्राओं को बरगलाकर और प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन करवा चुके हैं।
इस तरह शुरू हुआ अभियान मोहम्मद उमर गौतम ने 70 दशक में इस्लाम धर्म अपनाया था। इसके बाद यह दिल्ली गया और यहीं से इस अभियान की शुरुआत हुई। गैर मुस्लिमों का मुस्लिम में मतांतरण करने के मामले में बेहद सक्रिय उमर और जहांगीर को लखनऊ से पकड़ा गया है। गाजियाबाद में दर्ज केस के बाद यह मामला सामने आया है।