यह भी पढ़ें
Dudhwa Heli Service: लखनऊ-दुधवा के बीच हेलीकॉप्टर सेवा 25 नवंबर से शुरू: पर्यटन को मिलेगा नया आयाम
इन शौचालयों की नियमित सफाई नहीं होने और अन्य समस्याओं के कारण लोग इनका उपयोग नहीं कर पाते। इस समस्या का समाधान करने के लिए अब वॉश इंफ्रास्ट्रक्चर नामक संस्था को निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है।मुख्य विशेषताएं और बदलाव
डिजिटल निगरानी टॉयलेट ट्रैकर ऐप के जरिए शौचालयों की साफ-सफाई और अन्य सुविधाओं पर नजर रखी जाएगी।ऐप का अंतिम परीक्षण जारी है और 25 दिसंबर तक सभी शौचालय इससे जोड़ दिए जाएंगे।
मरम्मत और पुनर्निर्माण
जर्जर शौचालयों की मरम्मत की जाएगी।कुछ शौचालयों को तोड़कर नए शौचालय बनाने का प्रस्ताव भी है।
नई सुविधाओं की शुरुआत
छह नए शौचालय बनाए जाएंगे।दो तेलीबाग क्षेत्र में और एक नाका हिंडोला बाजार क्षेत्र में स्थापित किया जाएगा।
तीन अन्य स्थानों के लिए सर्वेक्षण जारी है।
गूगल मैप पर शौचालय
सभी शौचालयों को गूगल मैप पर जोड़ने की योजना है, ताकि लोग उन्हें आसानी से खोज सकें।वॉश इंफ्रास्ट्रक्चर की भूमिका
वॉश इंफ्रास्ट्रक्चर संस्था सभी शौचालयों पर निगरानी रखने के लिए डिजिटल ट्रैकिंग तकनीक का उपयोग करेगी। ऐप के जरिए अगर किसी शौचालय में सफाई नहीं होती या कोई अन्य समस्या होती है, तो उसकी जानकारी तुरंत नगर निगम तक पहुंचेगी और समाधान किया जाएगा।धार के लिए योजनाएं और फंडिंग
नगर आयुक्त ने बताया कि इन शौचालयों के निर्माण और देखरेख के लिए पंद्रहवें वित्त आयोग से मिलने वाले फंड का उपयोग किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि जहां शौचालयों की सबसे अधिक आवश्यकता है, वहां नए शौचालय बनाए जाएं। यह भी पढ़ें
UP PCS Transfers: उत्तर प्रदेश में 6 PCS अधिकारियों का तबादला: नई जिम्मेदारियों के साथ नियुक्तियां जारी
लखनऊ के लिए डिजिटल मॉनिटरिंग का महत्व
लोगों की सुविधा में वृद्धि ऐप और गूगल मैप के जरिए लोग आसानी से शौचालयों का पता लगा सकेंगे।सफाई व्यवस्था में सुधार
नियमित निगरानी से गंदगी की समस्या का समाधान होगा।सार्वजनिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
स्वच्छ शौचालय उपलब्ध कराने से शहर की सफाई व्यवस्था में बड़ा बदलाव आएगा।नए शौचालय बनाने का महत्व
लखनऊ जैसे बड़े शहर में सार्वजनिक शौचालयों की कमी एक बड़ी समस्या है। नए शौचालय बनाने और पुराने शौचालयों की मरम्मत से लोगों को राहत मिलेगी। नगर निगम का यह कदम खासकर बाजार क्षेत्रों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में राहत प्रदान करेगा।डिजिटल मॉनिटरिंग के लाभ
समय पर समस्याओं का समाधान शौचालयों की स्थिति ऐप के माध्यम से तुरंत अपडेट होगी, जिससे सुधार कार्य तेजी से हो सकेगा। यह भी पढ़ें
Punjabi Singer Diljit Dosanjh in Lucknow: पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ के शो से पहले इकाना स्टेडियम को नगर निगम का नोटिस
पारदर्शिता
डिजिटल ट्रैकिंग से नगर निगम की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता आएगी।लोगों की भागीदारी
ऐप उपयोगकर्ता शौचालयों की समस्याओं की रिपोर्ट भी कर सकते हैं।मुख्य बिंद
शहर में सौ से अधिक सार्वजनिक शौचालय डिजिटल निगरानी में होंगे।25 दिसंबर तक सभी शौचालयों को टॉयलेट ट्रैकर ऐप से जोड़ा जाएगा।
पंद्रहवें वित्त आयोग के फंड से मरम्मत और निर्माण कार्य होगा।
नए शौचालय बनाने की प्रक्रिया शुरू।
शौचालयों की स्थिति गूगल मैप पर उपलब्ध होगी।
यह भी पढ़ें